Kanpur Dehat: आंगनबाड़ी सहायिका मामला: शव के गांव पहुंचने पर आक्रोशित हुए परिजन, अंतिम संस्कार से किया मना
पुलिस ने तहरीर के अनुसार रिपोर्ट दर्ज करने का आश्वासन देकर कराया शांत
कानपुर देहात, अमृत विचार। लालपुर शिवराजपुर गांव में सोमवार को आंगनबाड़ी सहायिका का शव संदिग्ध हालत में घर के अंदर चारपाई पर पड़ा मिला था। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार शाम शव गांव पहुंचने पर परिजनों ने नामजद हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने की मांग करते हुए हंगामा कर अंतिम संस्कार से मना कर दिया। पुलिस ने तहरीर के अनुसार रिपोर्ट दर्ज करने का आश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया।
बता दें कि शिवली कोतवाली क्षेत्र के लालपुर शिवराजपुर निवासी ज्ञानवती उर्फ़ गीता (50) गांव के ही आगनबाड़ी केंद्र में सहायिका के पद पर तैनात थी। पति की मौत हो जाने के बाद से उनके तीनों पुत्र बाहर रह कर नौकरी करते हैं और वह गांव में अकेली रहती थी। सोमवार की सुबह काफी देर घर का दरवाजा न खुलने पर पड़ोस के लोगों ने सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस को गीता का शव घर के अंदर चारपाई पर पड़ा मिला था।
मौके पर पहुंचे एसपी व सीओ राजीव सिरोही ने छानबीन की थी साथ ही फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य संकलित किए थे। फॉरेसिक टीम ने कमरे के अंदर से एक पीला अगौंछा व नमकीन के पैकेट बरामद मिले थे। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार की शाम शव गांव पहुंचा तो मृतका के परिजनों ने नामजद आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
साथ ही अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। जानकारी पर कोतवाल संजय गुप्ता व चौकी इंचार्ज जितेंद्र तिवारी फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया। कोतवाल ने बताया कि मृतका के परिजन को समझाकर शांत करा दिया गया है और तहरीर मांगी गई है। जिसके अनुसार रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
आंगनबाड़ी सहायिका की गला दबाकर हुई थी हत्या
लालपुर शिवराजपुर गांव में आंगनबाड़ी सहायिका की गला दबाकर हत्या की गई थी। इसका खुलासा मंगलवार को पोस्टमार्टम में हुआ है। मंगलवार की हुए पीएम में महिला के गले की हड्डी (ट्रेकिया) टूटी मिली। साथ ही उसके शरीर पर चोटों के पांच निशान भी पाए गए हैं। मौत का कारण गला दबाना बताया गया है। जिससे यह साफ हो गया कि महिला की गला दबाकर हत्या की गई थी।