Unnao: …तो इस बार आम आदमी तक पहुंचेगा फलों का राजा, उद्यान निरीक्षक बोले- फिलहाल बागों में पर्याप्त मात्रा में दिख रहा बौर

उन्नाव, अमृत विचार। आम बागानों में फिलहाल आई बौर को देखते हुए खास के साथ आम आदमी तक भी फलों के राजा के आसानी से पहुंची की उम्मीद दिख रही है। हालांकि, उद्यान विभाग के निराला उद्यान प्रभारी संघप्रिय गौतम का कहना है कि आगे का मौसम आम की उत्पादकता तय करेगा।
बता दें कि जिले के हसनगंज व सफीपुर सहित आसपास के पांच ब्लाकों को शासन ने फल पट्टी क्षेत्र घोषित कर रखा है। जहां अधिकांश भूस्वामियों ने आम के बागान तैयार कर रखे हैं। इस बार आम के पेड़ों पर बौर (फूल) पर्याप्त मात्रा में आया है।
इसलिए मौसम अनकूल रहने पर आम बहुत महंगा बिकने की संभावना नहीं है। आम की स्थानीय उपज बाजार पहुंचाने में बाग मालिकों व कारोबारियों को बहुत अधिक भाड़ा भी नहीं व्यय करना पड़ता है। इसलिए होने वाली उपज खरीदना सभी के बजट में रहना माना जा रहा है।
बीते वर्ष शुरुआत में भले ही आम कुछ महंगा बिका था लेकिन, बाद में दाम काफी कम होने से लोगों ने जमकर आम का स्वाद चखा था। उद्यान प्रभारी के मुताबिक पेड़ पर आने वाला पूरा बौर फलों में नहीं तब्दील होता है।
हालांकि, बौर के दाने में परिवर्तित होने के बाद भी फसल को काफी नुकसान पहुंचता है। खासकर आंधी आम उपज को सबसे अधिक क्षति पहुंचाती है। इसके बाद भी बागों की मौजूदा स्थिति आम का पर्याप्त उत्पादन होने का संकेत दे रहा है।
जिले के बागानों में आयु पूरी कर चुके आम के पेड़ों की संख्या बहुतायत है। काफी पुराने हो चुके पेड़ों की उत्पादकता कम हो जाती है। पेड़ों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए पेड़ों की छंटाई करानी होती है। लेकिन, बागान मालिकों को वन विभाग से इसकी स्वीकृति लेना टेढ़ी खीर साबित होता है।