नैनीताल: 15वें वित्त से जल संरक्षण के लिए पालिका को मिले डेढ़ करोड़ 

नैनीताल: 15वें वित्त से जल संरक्षण के लिए पालिका को मिले डेढ़ करोड़ 

नैनीताल, अमृत विचार। नगर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित प्राकृतिक जलस्रोतों को अब संवारा जाएगा। नगर पालिका शहर के स्रोतों को पुर्नजीवित करने की योजना बना रही है। पहले चरण में 11 मुख्य स्रोतों को चिह्नित कर प्रस्ताव जल निगम को भेजने की तैयारी की जा रही है। साथ ही वार्डवार सर्वे कर शेष स्रोतों को भी चिह्नित किया जाएगा।

नगर में लगभग दो दर्जन से अधिक प्राकृतिक जलस्रोत हैं। इससे वर्षभर नैनीझील को भी पानी की आपूर्ति होती है। मगर संरक्षण के अभाव में कई स्रोत या तो जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच चुके हैं या फिर स्रोतों का पानी सूखने की कगार पर पहुंच गया है। 

अधिशासी अधिकारी राहुल आनंद ने बताया कि 15वें वित्त से जल संरक्षण को लेकर मिला करीब डेढ़ करोड़ का बजट पालिका के पास है। इससे शहर के जलस्रोतों को पुनर्जीवित किया जाएगा। फिलहाल शहर के सिपाही धारा, पर्दाधारा, चूना धारा, गौमुख धारा, स्प्रींग फिल्ड धारा, पाइंस शव विश्राम स्थल, गुफा महादेव, नारायण नगर, मल्लीताल राजपुरा समेत ग्यारह स्थानों के जलस्रोतों को चिह्नित किया गया है। साथ ही विभागीय कर्मियों को वार्डवार अन्य स्रोतों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

कुमाउंनी संस्कृति की तर्ज पर संवारे जाएंगे जलस्रोत
अधिशासी अधिकारी राहुल आनंद ने बताया कि जलस्रोतों को पुर्नजीवित करने के लिए चाल-खाल, पौधारोपण जैसे जलस्तर बढ़ाने वाले कार्य किये जाएंगे। स्रोत की मुख्यधारा में छेड़छाड़ किए बिना उसे कुमाउनी संस्कृति की तर्ज पर संवारा जाएगा। जिस तरह से ग्रामीण क्षेत्रों में नौले व धारे निर्मित किए जाते थे, स्रोतों को वैसा ही स्वरुप दिया जाएगा। बताया कि 11 धारों को पुर्नजीवित करने का प्रस्ताव बना दिया गया है। जल निगम को प्रस्ताव भेजे जाएंगे।

दृष्टांत चौहान ने जीता स्नूकर का फाइनल मुकाबला 
नैनीताल। एसएस स्नूकर क्लब नैनीताल में आयोजित ओपन जूनियर स्नूकर टूर्नामेंट में भीमताल के दृष्टांत चौहान ने 4/3 से प्रतियोगिता अपने नाम की। क्लब में ओपन जूनियर टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था। जिसका फाइनल बुधवार को खेला गया। फाइनल मुकाबला बेस्ट ऑफ़ सेवन के आधार पर खेला गया। इसमें दृष्टांत चौहान ने रितेश को 4/3 से हराकर प्रतियोगिता अपने नाम की। वही निर्णायक की भूमिका में सुरेंद्र सूरी और गोविंद बिष्ट रहे।