केवल 'वास्तविक' पहलवानों को ही ट्रायल्स में भाग लेने देगा भारतीय कुश्ती महासंघ

नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने स्पष्ट किया है कि वह 10 मार्च से शुरू होने वाले दो दिवसीय चयन ट्रायल्स में केवल उन्हीं पहलवानों को भाग लेने की अनुमति देगा जो अपने मूल राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे। डब्ल्यूएफआई ने इसके अलावा पहलवानों को एक से अधिक वजन वर्गों में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति देने का भी फैसला किया है।
डब्ल्यूएफआई ने मंगलवार को सर्कुलर जारी करते हुए लिखा, ‘‘जयपुर में आयोजित सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेने वाले पहलवान अपने राज्य की वास्तविकता की पुष्टि करने के लिए डब्ल्यूएफआई की लाइसेंस बुक, जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड साथ लेकर आएंगे।’’ डब्ल्यूएफआई के सूत्र ने पीटीआई से कहा,‘‘हरियाणा के रहने वाले कई पहलवानों ने जयपुर में तदर्थ समिति द्वारा कराई गई राष्ट्रीय चैंपियनशिप में अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम जैसे राज्यों का प्रतिनिधित्व किया था।
उन्होंने कहा,‘‘सिक्किम और अरुणाचल मान्यता प्राप्त राज्य इकाइयां नहीं है। हम किसी को प्रतिस्पर्धा करने से नहीं रोक सकते हैं लेकिन पहलवान को अपने मूल राज्य का प्रतिनिधित्व करना होगा। यहां तक कि अगर मूल रूप से अरुणाचल का रहने वाला कोई पहलवान ट्रायल्स में भाग लेने आता है तो हम उसे विशेष आमंत्रित के रूप में भाग लेने की अनुमति देंगे। इन ट्रायल्स का आयोजन किर्गिस्तान के बिशकेक में होने वाले एशियाई चैंपियनशिप और एशियाई ओलंपिक खेल क्वालीफायर्स के लिए टीम का चयन करने के लिए किया जा रहा है। डब्ल्यूएफआई ने इसके साथ ही कहा है कि ट्रायल्स के पहले दिन यानी 10 मार्च को एक वजन वर्ग में भाग लेने वाला पहलवान अगले दिन दूसरे वजन वर्ग में प्रतिस्पर्धा पेश कर सकता है।
सूत्र ने कहा,‘‘इससे यह सुनिश्चित होगा कि अगर अमन सहरावत या रवि दहिया जैसे दमदार पहलवान ओलंपिक वजन वर्ग (57 किग्रा) में चयन से चूक जाते हैं तो उन्हें गैर ओलंपिक वजन वर्ग (61 किग्रा) में भाग लेने का मौका मिल सकता है। इस तरह से हम मजबूत भारतीय टीम का गठन कर सकते हैं।’’ डब्ल्यूएफआई ने इसके साथ ही अभी तक ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली एकमात्र भारतीय पहलवान अंतिम पंघाल को ट्रायल्स में भाग नहीं लेने की छूट दे दी है। वह हालांकि इस महीने के आखिर में ट्रायल्स की विजेता खिलाड़ी के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करेगी।
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