Bareilly News: दावे तोड़ गए दम... विभाग हर महीने दे रहा करोड़ों का किराया लेकिन मरीजों के इलाज का नहीं पता
बरेली, अमृत विचार। शहरी क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में डॉक्टरों की कमी है। ऐसे में मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में मरीजों को मजबूरन जिला अस्पताल आना पड़ता है।
मरीजों को घर के पास ही इलाज मिल सके इसके लिए शासन ने शहरी क्षेत्र में 34 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचसीडब्ल्यू) स्थापित किए हैं। करीब एक साल से संचालित सेंटरों में सिर्फ 19 में ही डॉक्टरों की तैनाती हो सकी है। इसके अलावा 26 नगरीय स्वास्थ्य केंद्र हैं, जिनमें 21 केंद्रों पर ही डॉक्टर तैनात हैं। मरीजों की सहूलियत के चलते एक डॉक्टर को दो केंद्रों पर सेवाएं देने के लिए अटैच किया गया है।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार शहरी क्षेत्र के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर किराए के भवनों में संचालित हो रहे हैं। एक सेंटर का किराया करीब 30 से 35 हजार रुपये महीना है। ऐसे में 34 सेंटरों का करीब 11 लाख का किराया एक महीने में विभाग वहन कर रहा है। वहीं सेंटरों पर मानव संसाधन की कमी है। हालांकि विभाग करीब एक साल से किराया समय पर दे रहा है।
तीन सौ बेड अस्पताल में सिर्फ ओपीडी की सुविधा
वर्ष 2016 में जब करीब सौ करोड़ के बजट से तीन सौ बेड अस्पताल का निर्माण पूर्ण हुआ तो लोगों में आस थी कि यहां मरीजों को उच्च स्तरीय इलाज की सुविधा मिलेगी लेकिन यहां करीब एक साल से सिर्फ ओपीडी की सुविधा ही मिल रही है। तमाम जन प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों ने अस्पताल की सभी सुविधाएं संचालन के दावे पेश किए गए लेकिन दावे दम तोड़ गए।
ये भी पढे़ं- Bareilly News: कोरोना का केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, अब खांसी जुकाम और बुखार के मरीजों की होंगी जांचें