पीलीभीत: एक मंच पर आए भारत-नेपाल के कलाकार, सभ्यता और संस्कृति का दिखा संगम
पीलीभीत, अमृत विचार। भारत-नेपाल की साझी विरासत को बरकरार रखने के लिए दो दिवसीय भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव का आगाज हो गया। कार्यक्रम के दौरान दोनों देशों की कला एवं संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिला। नेपाल से आए कलाकारों ने विभिन्न लोकनृत्य पेश कर जमकर तालियां बटोरी। मुंबई से आई गायिका शलिनी दुबे ने गीत गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का समापन गुरुवार को होगा।
संस्कृति विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को गांधी प्रेक्षागृह परिसर में हुए महोत्सव का शुभारंभ भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह, नेपाल से आए सांसद डिल्लीराज पंत, डिप्टी मेयर भूलिया कुमारी राणा, डीएम संजय कुमार सिंह की मौजूदगी किया गया।
इस दौरान डीएम ने कहा कि भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव सभ्यता एवं संस्कृति का संगम है। महोत्सव के जरिए लोग एक-दूसरे की सभ्यता एवं संस्कृति से परिचित होंगे। इससे पूर्व संस्कृति विभाग के सहायक निदेशक डॉ. राजेश अहिरवार ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। बताया कि भारत-नेपाल की मैत्री कार्यक्रम के माध्यम से दोनों देशों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। नेपाल सीमा से सटे आठ जिलों में मैत्री महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जो 29 फरवरी तक चलेगा। 29 फरवरी को कार्यक्रम का समापन होगा।
इस दौरान रघुबीरा नृत्य नाटिका, भारत-नेपाली फ्यूजन बैंड शो, भारत-नेपाल परिधान प्रदर्शन शो आर्कषण का केंद्र रहा। नेपाल से आए कलाकारों ने डांडिया, घाटू, मारूनी, ख्याली आदि नृत्य पेश कर दर्शकों का जमकर तालियां बटोरी। मथुरा से आए कलाकारों ने ब्रज की होली, मयूर नृत्य पेश किया। मुंबई से आई गायिका शालिनी दुबे और सुरेश शुक्ला ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा। कार्यक्रम में मरौरी ब्लाक प्रमुख सभ्यता देवी वर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट विजय वर्धन तोमर, उप कृषि निदेशक संतोष कुमार सविता, जिला क्रीडा अधिकारी राजकुमार आदि मौजूद रहे।
ये भी पढे़ं- Pilibhit News: सात करोड़ से बदलेगी 1488 परिषदीय स्कूलों की सूरत, पहली किस्त के तीन करोड़ मिलने पर काम शुरू