बाराबंकी: इस बार खेत में ही मिल रहा किसानों को आलू का अच्छा दाम, कोल्ड स्टोरेजों पर पसरा है सन्नाटा 

बाराबंकी: इस बार खेत में ही मिल रहा किसानों को आलू का अच्छा दाम, कोल्ड स्टोरेजों पर पसरा है सन्नाटा 

दीपराज सिंह, देवा, बाराबंकी। बीते वर्ष मंदी की मार झेल चुके आलू के किसानो के चेहरे इस वर्ष खिले खिले नजर आ रहे हैं । इस वर्ष आलू के उत्पादन में भले ही थोड़ी कमी आई हो लेकिन भाव अच्छा मिलने से क्षेत्र किसानों को काफी मुनाफा हो रहा है आलू का अच्छा भाव मिलने से किसान इस बार आलू को कोल्ड स्टोरेज में भंडारण करने के बजाय खेत से ही बेचने की तरफ रुख कर रहा है l

 पोटैटो बेल्ट के नाम से विख्यात बाराबंकी जनपद के देवा से लेकर फतेहपुर क्षेत्र में बड़ी तादाद में किसान राजेंद्र वन (लाल आलू ) किस्म के आलू की खेती करते है इस बार अधिकांश किसान अपना आलू खेत से ही बेच रहा है जिले में इस बार किसानों ने करीब 22 हजार हेक्टेयर रकबे में आलू की खेती की गई थी  इस बार मौसम अनुकूल होने के कारण पूरे जनपद में आलू की फसल बेहतर बताई जा रही है। देवा के आंशिक क्षेत्र के साथ ही फतेहपुर , बेलहरा, सूरतगंज, मोहम्मदपुर खाला क्षेत्र में आलू की खुदाई जोर शोर से शुरू हो गई है।

वर्तमान में 1100 प्रति कुंतल बिल्टी के भाव में व्यापारी आलू  बेच रहे हैं। जिसके सापेक्ष किसानों को 1000 रुपए कुंतल का भाव मिल रहा है। किसानों के मुताबिक एक बीघे में औसतन 20 से 25 कुंटल आलू निकल रहा है। जिससे किसान की 15 हजार रुपए बीघा की औसतन आमदनी हो रही है।

आलू की फसल में इस वर्ष करीब 10 से 12 हजार रुपए प्रति बीघा का खर्च आया है खेत से ही आलू के अच्छे दाम मिलने के कारण किसान इस बार आलू का भंडारण करने के बजाय खेत से ही आलू बेचने की ओर रुख कर रहा है ऐसे में कोल्ड स्टोरेज संचालकों के चेहरे की हवाइयां उड़ती नजर आ रही हैं जानकारों की माने तो देवा क्षेत्र में एक दो कोल्ड स्टोरेज को छोड़ दिया जाए तो कई कोल्ड स्टोरेज में भंडारण क्षमता पूर्ण होना आसान नहीं दिख रहा है l

देवा क्षेत्र के ग्राम भगतपुरवा सलारपुर निवासी किसान बृजेश कुमार यादव बताते हैं कि उनके क्षेत्र में आलू की खुदाई शुरू हो गई है इनका अभी आलू 100 दिन का हुआ है मार्च के पहले सप्ताह में आलू की खुदाई शुरू करेंगे भाव अच्छा मिल रहा है खेत से ही आलू बेचने का मन है वही तकाजीपुर मजरे खेवली गांव निवासी अवधराम यादव बताते है कि कोल्ड स्टोरेज में आलू भंडारण में बोरी , भाड़ा और भंडारण शुल्क मिलाकर करीब 400 कुंटल का खर्च आता है और इसके बाद भाव अच्छा मिलता है या नही इसलिए इस बार खेत से ही आलू बेचने का मन बनाया है l

वर्तमान में बिहार प्रांत की दरभंगा, मुजफ्फरपुर, पासू पट्टी, बेनीपट्टी, मधुबनी, खुटैना, सुपौल से लेकर उत्तर प्रदेश की पडरौना, कुशीनगर, देवरिया, गाजीपुर, बलिया, तमकुही, कसिया की मंडियो में अपने क्षेत्र से आलू भेजा जा रहा है।

                                                                                   दीपक सिंह, प्रोपाइटर वैष्णवी आलू कम्पनी, देवा बाराबंकी 

देवा और फतेहपुर क्षेत्र के इस समय करीब 500 टन के आसपास आलू बाहर की मंडियों में जा रहा है इस समय किसान कोल्ड स्टोरेज में भंडारण भी कर रहा है भंडारण पूर्ण होने के बाद बाहर की मंडियों में आलू की बिक्री तेजी पकड़ेगी l

                                                                                                             कुंजबिहारी लाल, मंडी निरीक्षक बाराबंकी

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