बदायूं: अस्पताल में बेवजह घूमना पड़ सकता है भारी, निगरानी के लिए लगे CCTV कैमरे

बदायूं: अस्पताल में बेवजह घूमना पड़ सकता है भारी, निगरानी के लिए लगे CCTV कैमरे

फोटो- अस्पताल में ओपीडी के बाहर लगा कैमरा।

बदायूं, अमृत विचार: जिला अस्पताल में बिना कार्य के घूमने वाले अराजक तत्वों पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी। जिला अस्पताल में मनचलों के घूमने की शिकायत मिलने के बाद नींद टूटी है। फजीहत से बचने को यह कदम उठाया गया है। साइकिल चोरी या अन्य अप्रिय घटनाओं पर भी  रोक लगने की बात कही जा रही है। पुलिस को भी इस बारे में सख्त हिदायत दे दी गयी है कि बेवजह घूमने वालों से पूछताछ की जाए।

दो दिन पहले जिला अस्पताल में युवक युवतियों के घूमने का प्रकरण सामने आया था। रविवार को अवकाश के दिन प्रेमी युगल के घूमने की जब शिकायत अस्पताल प्रशासन से की गयी तो अस्पताल प्रशासन की नींद टूटी है। मंगलवार को सभी जगहों के सीसीटीवी कैमरे चालू करा कर देखे गए हैं। मुख्य रूप से अस्पताल के मुख्य गेट से लेकर मलेरिया कार्यालय की ओर जाने वाले रास्ते पर निगरानी कड़ी कर दी गयी है।

 सीएमएस कार्यालय के सामने वाले लगाए गए सीसीटीवी कैमरे चालू कर दिए गए हैं। इमरजेंसी वार्ड की ओर जाने वाली सड़क पर भी सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है। महिला एवं पुरुष वार्ड में कैमरे लगा कर उनके अंदर भर्ती मरीजों पर भी नजर रखी जा रही है।

कुछ दिनों पहले जिला अस्पताल में लोगों ने साइकिल चोर को रंगे हाथों पकड़ लिया था। उसकी पिटाई लगाने के बाद आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया था। उसके बाद पिछले साल दिसंबर महीने में अस्पताल में भर्ती एक मरीज अचानक वार्ड से गायब हो गया था। मरीज के परिजनों ने यहां पहुंच कर भारी हंगामा किया था।

इस मरीज को लेकर जिला अस्पताल प्रशासन को खांसी फजीहत झेलनी पड़ी थी। उसके बाद एक मरीज का शव अस्पताल के शौचालय में पड़ा मिला था। मरीज 24 घंटे तक शौचालय में पड़ा रहा था। हालांकि उसकी स्वाभाविक मौत थी मगर उसे किसी ने देखा भी नहीं था। इस तरह की घटनाएं होने के बाद रविवार को अवकाश के दिन एक प्रेमी युगल अस्पताल में घूमता देखा गया था। 

इस मामले में अस्पताल प्रशासन से पूछताछ की गयी तो कोई जवाब नहीं मिला। इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए अस्पताल प्रशासन ने यह कदम उठाया है। एनआरसी वार्ड में कुछ लोगों के घूमने की खबर में भी मिली हैं। एनआरसी वार्ड में कोई भी नहीं जा सकता है फिर भी लोग घूमते रहते हैं।

जिला अस्पताल में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यदि कोई घटना होती है तो वह कैमरे में कैद हो जाएगी। इधर उधर के घूमने वाले लोगों से पूछताछ की जाएगी। बिना कारण घूमने बालों को बाहर किया जाएगा। सुनने में आया कि युवक युवती अस्पताल प्रांगण में देखे गए थे। यदि ऐसे लोग यहां आएंगे तो कैमरे की नजर से बच नहीं पाएंगे। इसके अलावा चोरी की घटनाओं पर भी रोक लगेगी। अस्पताल के अंदर लगाए गए करीब पांच दर्जन सीसीटीवी कैमरे उनके कार्यालय से जुड़े हैं। उनके कार्यालय में हर वार्ड की तस्वीर देखी जा सकती है। कहां कौन खड़ा है यह देखा जा सकता है---डा. कप्तान सिंह, सीएमएस।

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