Kanpur: सौ साल पुरानी जनरलगंज बाजार अतिक्रमण से हुई बेजार; फुटपाथ पर दुकानदारों का कब्जा...घटकर व्यापार हुआ आधा...

Kanpur: सौ साल पुरानी जनरलगंज बाजार अतिक्रमण से हुई बेजार; फुटपाथ पर दुकानदारों का कब्जा...घटकर व्यापार हुआ आधा...

कानपुर, अमृत विचार। वर्ष 1923 में करीब 100 दुकानों के साथ स्थापित हुई जनरलगंज कपड़ा कमेटी में आज करीब तीन हजार दुकानें है, जिनमें रोज 10 करोड़ रुपये का व्यापार होता है। लेकिन इस मशहूर बाजार में दूर दराज के जिलों से आने वाले लोगों को अतिक्रमण व पार्किंग के अभाव में घंटाघर व फूलबाग में गाड़ियां खड़ी करके आना पड़ता है। नौघड़ा बाजार में 10 फिट चौड़ी गलियां अतिक्रमण के कारण संकरी होकर मात्र तीन फिट की बची हैं। 

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शादी समारोह के लिए कपड़ों की खरीदारी करने के लिए शहरवासियों के मन में सबसे पहला ख्याल जनरलगंज बाजार का आता है। जनरलगंज बाजार साड़ियों, लहंगे, शेरवानी व सूट समेत सभी प्रकार के कपड़ों का सबसे पुराना बाजार होने के साथ प्रदेश का प्रतिष्ठित बाजार है। बादशाहीनाका से शुरू होने वाले बाजार में नौघड़ा, काहूकोठी, रामगंज गलियों में है। रोज करीब पांच हजार ग्राहक बाजार में आते हैं। 

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सहालग व त्योहारों में ग्राहक और बढ़ जाते हैं। जनरलगंज बाजार में गोरखपुर, प्रयागराज, बुंदेलखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ तक के व्यापारी कपड़ों की खरीदारी करने आते हैं। रोजाना करोड़ों का व्यापार करने वाली इस बाजार को अतिक्रमण व पार्किंग का दंश खाए जा रहा है। पार्किंग की व्यवस्था न होने से लोग आधी सड़क तक गाड़ियां खड़ी कर चले जाते है, जिससे बाजार में जाम की समस्या बनी रहती है। 

गलियों में बसे बाजार में दुकानों के बाहर सड़क तक दुकानदार फुटपाथ पर कब्जा किए हुए हैं। जाम व अव्यवस्था के कारण दूसरे जनपदों से आने वाले व्यापारियों ने बाजार में आना काफी हद तक कम कर दिया है, जिससे व्यापार आधा हो चुका है। 

बादशाहीनाका चौराहा बंद होने से व्यापार प्रभावित
 
बादशाहीनाका चौराहे पर लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने चौराहे को कंक्रीट बैरियर लगाकर बंद कर दिया है, लेकिन समस्या से निजात नहीं मिली। जनरलगंज जाने वाले ग्राहक व व्यापारियों का माल कुली बाजर कट से घूम कर जाते हैं। जिससे कुलीबाजार कट पर भी भीषण जाम लगने लगा है। 

व्यापारियों के मुताबिक चौराहे से हटिया, मनीराम बगिया, खिलौना बाजार समेंत अन्य बाजारों में माल आसानी से पहुंच जाता था, लेकिन चौराहा बंद होने के बाद लोगों को भारी दिक्कत हो रही है। व्यापारियों ने बताया कि चौराहा बंद होने से ग्राहकों को काफी लंबा घूम कर आना पड़ता है, जिससे ग्राहक कतराते है। 

उल्टी दिशा से बाजार की ओर आने वाले ग्राहकों का पुलिस चालान करती है। व्यापार मंडल पदाधिकारियों ने चौराहा खोलने का मुद्दा उठाया, जिस पर कुछ दिन के लिए तो कट खोला गया, लेकिन फिर बंद कर दिया गया। 

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