अवैध पिस्तौल के साथ विनय त्यागी गिरफ्तार, कुख्यात अपराधी विक्की त्यागी का बेटा रक्षित त्यागी फरार

लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए अवैध असलहे की तस्करी करने वाले विनय त्यागी को मेरठ के सिविल लाइन से गिरफ्तार किया है। तस्करी का मास्टरमाइंड रक्षित त्यागी मौके से फरार हो गया है। गिरफ्तार विनय के पास से 10 अवैध पिस्टल बरामद की गई हैं। गिरफ्तार किए गए तस्कर के पास से .32 बोर की 10 पिस्तौल सहित 12 मैगजीन दो एटीएम कार्ड भी बरामद किए गए हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तस्करों द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध असलहों की तस्करी की जा रही है। पिछले लंबे समय से पुलिस को तस्करों की तलाश थी। यूपी एसटीएफ को इसके बारे में जानकारी मिली थी की यह तस्कर मेरठ में अवैध असलाहों की डिलीवरी करने के लिए आ रहा है। जिसके बाद एसटीएफ ने कार्यवाही करते हुए एक तस्कर को गिरफ्तार किया है।
कुख्यात अपराधी विक्की त्यागी का बेटा है रक्षित
रक्षित त्यागी कुख्यात अपराधी विक्की त्यागी का बेटा है तथा इसकी मॉं मीनू त्यागी वर्तमान में जिला कारागार अम्बेडकरनगर में निरूद्ध है। विक्की त्यागी गैंग को रक्षित त्यागी ही संचालित कर रहा है। गिरफ्तार विनय ने यह भी बताया कि रक्षित त्यागी इन्दौर से पिस्टल मंगवाकर मुजफ्फरनगर, मेरठ, दिल्ली एवं उत्तराखण्ड में सप्लाई करता है। एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार विनय त्यागी के अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। रक्षित त्यागी की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है।
पिस्टल देने पहुंचे थे मेरठ
एसटीएफ को पता चला था कि विनय त्यागी मवाना बस स्टैड के पास पैट्रोल पम्प पर अपने साथी रक्षित त्यागी को अवैध पिस्टल देने वाला है। जिसके बाद एसटीएफ की एक टीम टीम मवाना बस स्टैड के पास पहुॅची जहां पर कार्रवाई करते हुए एसटीएफ ने एक व्यक्ति को पकड लिया वहीं दूसरा व्यक्ति अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया।
पूछताछ में हुआ खुलासा
गिरफ्तार विनय ने पूछतांछ पर बातया गया कि वह सहारनपुर का रहने वाला है तथा भागे हुए व्यक्ति का नाम रक्षित त्यागी है जो मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। अवैध पिस्टलट के बारे में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि रक्षित त्यागी का रूहाना जनपद मुजफ्फरनगर स्थित टोल का ठेका था वह भी इसी टोल पर कार्य करता था, यही से उसकी मुलाकात रक्षित त्यागी से हुई। इसके बाद वह आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर स्थित टोल पर काम करने लगा । रक्षित त्यागी जब भी अपनी मॉं मीनू त्यागी से जिला कारागार अम्बेडकरनगर में मिलने जाता तो उसकी गाडी वह टोल फ्री करा देता था।
कुछ समय बाद इसकी नौकरी छूट गई और वह घर आ गया । रक्षित त्यागी ने उसेे देहरादून मुलाकात करने बुलाया तथा कहा कि उसके दादा-दादी गॉव में रहते है यदि वह उनकी देखभाल करेगा तो वह उसे पैसे देता रहेगा। इसके बाद कभी-कभी रक्षित त्यागी उससे अपनी मॉ मीनू त्यागी को कुछ सामान जेल में भी पहुॅचाने के लिये भेज देता था। कुछ दिनों बाद रक्षित त्यागी ने उसे दो एटीएम कार्ड देकर इन्दौर से अवैध शस्त्र लाने भेजा।
इन एटीएम कार्डो से पैसे निकालकर उसे इन्दौर वाली पार्टी को देने को कहा था। वह जब देहात इलाकें में पहुॅच जाता तो दो व्यक्ति उसके पास आते और उसे अवैध पिस्टल देकर पैसे लेकर चले जाते, वह अवैध पिस्टलों को अपने बैग में रखकर वापस आकर रक्षित त्यागी को दे देता था। इससे पूर्व भी यह दो बार इन्दौर मध्यप्रदेश से अवैध पिस्टल ला चुका है।
रक्षित त्यागी ही विनय की दिल्ली से इन्दौर आने-जाने की ट्रैन में टिकट बुक करता था, तथा एक बार के काम के लिए 15 हजार रूपये देता था। इस बार भी यह रक्षित त्यागी के कहने पर इन्दौर मध्यप्रदेश से यह 10 पिस्टल लेकर आया था। यह 10 पिस्टल रक्षित त्यागी को मेरठ में ही किसी को देनी थी। यह और रक्षित त्यागी उसी व्यक्ति के यहां पर आने का इंतजार कर रहे थे। डिलीवरी से पहले ही इसे पकड लिया गया।
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