औरंगजेब ने ही तोड़े थे काशी-मथुरा के मंदिर: इरफान हबीब
अलीगढ़। ज्ञानव्यापी मस्जिद को लेकर कोर्ट में मामला चल रहा है, पूरे देश की नजरें इस मामले पर टिकी हुई हैं। कोर्ट भी सबूत के आधार पर फैसला कर रही है। देश के प्रख्यात इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब ने बड़ा बयान जारी किया है।
उन्होंने कहा कि औरंगजेब के जमाने में बनारस और मथुरा के मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी, जोकि यह गलत था। मस्जिद बनानी थी तो कहीं भी बना लेते, लेकिन अब मस्जिदों को तोड़कर मंदिर बनाए जा रहे हैं तो वह भी सही नहीं है। देखा जाए तो बनारस पर हुए फैसले में वर्शिप एक्ट को कोर्ट ने नहीं माना है।
साथ ही इरफान हबीब ने ताजमहल पर होने वाले उर्स पर कहा है कि वह एक मकबरा है। जैसे दूसरे मकबरे पर उर्स होता है, वैसे ही ताजमहल पर उर्स होना है तो इसमें हिंदू महासभा को क्या एतराज है। जहां तक ताजमहल का ताल्लुक है तो वह एक मकबरा है, इसमें कोई दो राय नहीं है कि यह महल नहीं है। यह कोई रहने की जगह नहीं है, इसमें एक तरफ मस्जिद तो दूसरी तरफ मुसाफिरखाना है।