बाराबंकी : 11 एकड़ में बनेगा महादेवा कॉरिडोर, राजस्व अभिलेखों का खाका तैयार
अधिकांश लोगों ने दाखिल कर दिए सहमति पत्र
बाराबंकी, अमृत विचार। महादेवा कॉरिडोर अब 11 एकड़ में बनेगा। पहले इसके लिए सिर्फ चार एकड़ जमीन ही मिल सकी थी। आसपास के भवन मालिकों और भू स्वामियों से जिला प्रशासन ने इसके लिए सहमति पत्र ले ली है। अब दायरा बढ़कर 11 एकड़ से अधिक हो रहा है। जिसका पूरा खाका तैयार कर लिया गया है।
कैबिनेट की मंजूरी मिली तो कॉरिडोर का निर्माण कार्य का शुभारंभ फरवरी के अंतिम अथवा मार्च के प्रथम सप्ताह में प्रारंभ हो सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाढ़ के दौरान जब राहत सामग्री वितरण के लिए रामनगर आए थे तो उन्होंने महादेव में जाकर जलाभिषेक भी किया था। जलाभिषेक के बाद उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर की तर्ज पर महादेवा कॉरिडोर के निर्माण की इच्छा जताई थी। प्रशासन को इस संदर्भ में आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के लिए कहा था। अब इसका पूरा खाका तैयार हो चुका है। कॉरिडोर का मॉडल भी बनवाया जा चुका है। 4 एकड़ भूमि पहले ही पर्यटन विभाग को दी जा चुकी है। शेष जमीन अधिग्रहण के बाद पर्यटन विभाग को सौंपी जाएगी। लोधेश्वर महादेव मंदिर से जुड़े अधिकांश लोग कॉरिडोर निर्माण के लिए सहमति दे चुके हैं। निर्माण की अनुमानित लागत 43 करोड रुपए आंकी गई है। यह रकम अब बढ़ भी सकती है।
मार्ग की चौड़ाई 10 मीटर हुई
मुख्य मार्ग से महादेव को जोड़ने वाला मार्ग 10 मीटर चौड़ा करने के लिए प्रभारी मंत्री ने आदेश जारी कर दिए थे। यह कार्य लोक निर्माण विभाग के खंड 3 को सौंपा गया है। जिसके लिए टेंडर प्रकाशित किया जा चुके हैं। वित्तीय वर्ष पूर्ण होने के पूर्व ही इस कार्य को पूरा कर लिए जाने की योजना है। इससे महादेवा के भव्यता में चार चांद लगा सकेंगे।
वर्जन -
महादेवा कॉरिडोर के निर्माण की स्वीकृति शासन से मिल चुकी है। सिर्फ कैबिनेट की मोहर लगना बाकी है। इसके बाद बजट आवंटित हो जाएगा। फिलहाल बजट की कोई समस्या नहीं है। प्रयास किया जा रहा है कि जल्द ही इसका शिलान्यास करा कर कार्य प्रारंभ कर दिया जाए।
सत्येंद्र कुमार जिलाधिकारी बाराबंकी
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