पीलीभीत: बाघिन की ब्लड रिपोर्ट निकली नॉर्मल, अब तय होगा नया ठिकाना, जंगल में छोड़ें या कहीं और...
पीलीभीत, अमृत विचार: पिंजड़े में कैद बाघिन के ब्लड सैंपल की आईवीआरआई में हुई जांच में रिपोर्ट नार्मल निकली। आईवीआरआई के विशेषज्ञों ने इसकी मौखिक जानकारी पीटीआर के अफसरों को दी है। जांच रिपोर्ट को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। फिलहाल अब बाघिन का नया ठिकाना जंगल होगा या फिर कहीं और, इसका निर्णय पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ द्वारा आज लिया जाएगा।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगल से बाहर निकली बाघिन को 21 जनवरी को शहर से सटी नगर पंचायत नौगवा पकड़िया की आबादी क्षेत्र के समीप से रेस्क्यू किया गया था। रेस्क्यू करने के बाद बाघिन को पीटीआर मुख्यालय में रखा गया है। बाघिन के स्वास्थ्य को लेकर वन अफसर असमंजस में थे।
आईवीआरआई बरेली के सीनियर साइंटिस्ट डॉ. एएम पावड़े की जांच के दौरान बाघिन के गले में जख्म की बात सामने आई थी। वन अफसरों द्वारा बाघिन के स्वास्थ्य की जानकारी प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) को दी गई थी। इस पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) ने चिकित्सकों की तीन सदस्यीय टीम का गठन करते हुए बाघिन के स्वास्थ्य का परीक्षण करने के निर्देश दिए थे।
टीम में शामिल लखनऊ प्राणि उद्यान के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. आरके सिंह, दुधवा टाइगर रिजर्व के डॉ. दयाशंकर एवं पीटीआर के डॉ. दक्ष गंगवार ने दो दिन पूर्व पीटीआर मुख्यालय पहुंचकर बाघिन का स्वास्थ्य परीक्षण किया था। बाघिन को दूसरे पिंजड़े में शिफ्ट कर गले में हुए घाव का इलाज करने के साथ टीम ने उसका ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बरेली भेजा था।
इधर पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल का दावा है कि बाघिन की ब्लड सैंपल रिपोर्ट नॉर्मल पाई गई है। आईवीआरआई के विशेषज्ञों ने उन्हें इसकी मौखिक जानकारी दी है। जल्द ही ब्लड रिपोर्ट भी प्राप्त हो जाएगी। रिपोर्ट के संबंध में उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है।
इधर पांच दिनों से पिंजड़े में कैद बाघिन को छोड़ने का फैसला प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) द्वारा लिया जाना है। शुक्रवार को बाघिन को छोड़ा जाना है, लेकिन बाघिन को जंगल में छोड़ा जाएगा या फिर कहीं और, इसको लेकर अभी तय नहीं हो सका है।
बाघिन की ब्लड सैंपल रिपोर्ट नॉर्मल पाई गई हैं। उच्चाधिकारियों को इससे अवगत कराया गया है। उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद शुक्रवार को बाघिन को छोड़ा जाएगा।--- नवीन खंडेलवाल, डिप्टी डायरेक्टर, पीटीआर।
यह भी पढ़ें- पीलीभीत: मनमानी पर लगा अंकुश, सेक्टर मजिस्ट्रेटों की निगरानी में होंगी प्रयोगात्मक परीक्षाएं