पीलीभीत: ट्रैक्टर ट्रॉली में लदे गोवंश को देख हुआ तस्करी का शक, फिर वाहन रोक कर दिया हंगामा..जानिए पूरा मामला

पीलीभीत: ट्रैक्टर ट्रॉली में लदे गोवंश को देख हुआ तस्करी का शक, फिर वाहन रोक कर दिया हंगामा..जानिए पूरा मामला

पीलीभीत/पूरनपुर, अमृत विचार: छुट्टा गौवंशीय पशुओं को कजरी निरंजनपुर गौशाला लेकर जा रहे वाहनों को असम चौराहा पर रोक कुछ गोरक्षकों ने रोक तस्करी के शक में हंगामा कर दिया। वाहनों की चाबियां छीन कर चालकों से भिड़ गए। निगरानी टीम में शामिल सरकारी कर्मचारियों से भी अभद्रता की। हंगामे के बीच पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

जब समझाया कि प्रशासनिक अनुमति पर पशुओं को गौशाला भेजा जा रहा है। तब जाकर मामला शांत हो सका। बता दें कि घुंघचाई क्षेत्र में छुट्टा पशुओं की भरमार है। पशुओं के हमलों में कई किसान और ग्रामीण घायल हो चुके हैं। ग्रामीणों के विरोध पर स्थानीय प्रशासन ने क्षेत्र से पशुओं को पकड़कर गौशाला भिजवाने का निर्णय लिया। शुक्रवार को 30 पशुओं को ट्रैक्टर ट्रॉलियों में लादकर कजरी निरंजनपुर गौशाला पहुंचाया जा रहा था।

करीब पांच ट्रालियों में पशुओं को लेकर टीम जा रही थी। जैसे ही वाहन पूरनपुर के असम चौराहा पर पहुंचे। ट्रालियों में गौवंशीय पशु देखकर तस्करी के शक में कुछ लोग खुद को गोरक्षक बताते हुए आ गए और हंगामा कर दिया। आरोप है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली रोककर चालकों से चाबियां छीन लीं और उनके साथ हाथापाई कर दी।

पशुओं को लेकर जा रही टीम  में शामिल ग्राम पंचायत अधिकारी अवनीश कुमार, पशु चिकित्सक डॉ. सुभेंदु आदि से भी भिड़ गए। टीम पशुओं को ले जाने की अनुमति के पत्र दिखाती रही, लेकिन उनकी नहीं सुनी। बीडीओ भी फोन पर गौरक्षकों को मनाने में जुटे रहे। इस बीच चौराहे पर भारी भीड़ जुट गई। विवाद बढ़ने की आशंका पर पुलिस पहुंची। अनुमति के पत्र दिखाकर मामला शांत कराया।

गौवंशीय पशुओं को प्रशासनिक अनुमति पर गौशाला ले जाया जा रहा था। कुछ लोगों ने इन वाहनों को रोककर विरोध किया। अनुमति पत्र दिखाकर मामला शांत करा दिया गया है। किसी तरह की कार्रवाई अभी नहीं की गईहै। - प्रवीण कुमार, कोतवाल पूरनपुर

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