मुख्यमंत्री की डेडलाइन में चार दिन शेष, संभल में नहीं संरक्षित हो पाये छुट्टा पशु

सरकार सख्त फिर भी सड़कों पर छुट्टा पशुओं का जमावड़ा,जा रही लोगों की जान

मुख्यमंत्री की डेडलाइन में चार दिन शेष, संभल में नहीं संरक्षित हो पाये छुट्टा पशु

संभल,अमृत विचार। छुट्टा गोवंशीय पशुओं के संरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री ने 31 दिसम्बर तक की डेडलाइन तय की है। अब सिर्फ चार दिन बचे हैं लेकिन संभल जनपद में शहर से गांव तक बड़ी संख्या में छुट्टा पशु सड़कों व खेतों पर नजर आ रहे हैं। सड़कों पर छुट्टा पशुओं की वजह से हादसों में एक दरोगा सहित कई लोगों की जान जा चुकी है। 

छुट्टा पशुओं के संरक्षण को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त आदेश जारी करते हुए 31 दिसम्बर तक पशुओं को संरक्षित करने का आदेश जारी किया था। मुख्यमंत्री का सख्त रुख देखकर जनपद संभल में जिलाधिकारी मनीष बंसल ने छुट्टा पशुओं को पकड़कर गौशाला में संरक्षित कराने की सख्त हिदायत अफसरों को दी थी।

इस सख्ती के बाद छुट्टा गोवंशीय पशुओं को गौशाला भेजने के लिए दो चार दिन सरकारी अमला सक्रिय दिखा लेकिन बाद में अभियान ठंडा पड़ गया। जनपद में छुट्टा गोवंशीय पशुओं की बात की जाये तो अब भी बड़ी तादाद में छुट्टा गोवंशीय पशु या तो किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं या फिर मुख्य मार्गों पर हादसों की वजह बन रहे हैं।  छुट्टा गोवंशीय पशुओं से टकराकर हादसे होना रोजमर्रा की बात है। दिन के समय अचानक पशुओं का झुंड सड़क पर आता है तो हादसा हो जाता है। वहीं रात के समय सड़क पर बैठे पशुओं से वाहन टकरा जाते हैं।
     
छुट्टा गोवंशीय पशु से टकराकर गई दरोगा की जान
संभल। संभल जनपद की पुलिस लाइन में 112 कंट्रोल रूम से ड्यूटी करने के बाद बुलेट से गुन्नौर जा रहे दरोगा मिलाप सिंह की बहजोई बबराला मार्ग पर छुट्टा पशु से टकरा कर मौत हो गई थी। इससे पहले दतावली निवासी राजू की बाइक छुट्टा पशु से टकरा गई थी। जिसमें राजू की पत्नी पिंकी घायल हो गई थी। बहजोई में एक कर्मचारी छुट्टा गोवंशीय पशु से टकराकर घायल हुआ।
         
किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे पशु
संभल। छुट्टा गोवंशीय पशु ग्रामीण इलाके में किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। हालात यह हैं कि छुट्टा गोवंशीय पशुओं से फसलों की रखवाली करने के लिए किसानों को खेतों पर जागकर रात बितानी पड़ती है। खेत पर फसल की रखवाली करते हुए किसानों पर छुट्टा गोवंशीय पशु हमला कर देते हैं। इसी तरह छुट्टा पशुओं के हमले में  कई किसानों की जान गई है। भारतीय किसान यूनियन असली के जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह यादव ने कहा कि छुट्टा गोवंशीय पशुओं को गोशाला भेजकर किसानों की फसलों को बचाने व हादसे रोकने की लगातार मांग जिला प्रशासन व सरकार से की जा रही है।

गांव ही नहीं शहर में भी घूम रहे छुट्टा गोवंश
संभल। छुट्टा गोवंशीय पशुओं की तादाद अभी इतनी ज्यादा है कि गांव ही नहीं शहर कस्बों में भी बड़ी संख्या में छुट्टा गोवंशीय पशु नजर आ रहे हैं। संभल शहर में मुख्य मार्गों के किनारे व मुहल्लों में यह पशु घूमते हैं। इसी तरह चंदौसी,बहजोई व बबराला में भी छुट्टा गोवंशीय पशु दिखाई देते हैं। बबराला में छुट्टा गोवंशीय पशु ने पिछले दिनों एक ग्रामीण को पटककर मार डाला था।

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