हल्द्वानी: वाहन स्वामियों का गौला निजीकरण के खिलाफ चल रहे आंदोलन ने पकड़ी गति, कांग्रेस का पूर्ण समर्थन

हल्द्वानी, अमृत विचार। गौला नदी में खनन की रॉयल्टी समेत अन्य आदेशों के विरोध में वाहन स्वामी अपने पूरे परिवार के साथ बुद्ध पार्क में जुट गए। दूसरी ओर धरनास्थल पर शामिल होने के लिए आ रहे एक दूसरे गुट को पुलिस ने बनभूलपुरा में ही रोक दिया। इधर बुद्ध पार्क में उपनेता प्रतिपक्ष, विधायक समेत कई कांग्रेसी भी मौजूद रहे।
बुद्ध पार्क में सुबह 10 बजे से ही भीड़ जुटने लगी। गौला खनन मजदूर उत्थान समिति की ओर से आयोजित धरने में वाहन स्वामी अपने परिवार के साथ विरोध जताने के लिए पहुंच रहे थे। साथ ही कांग्रेस के भी बड़े नेताओं के अलावा संगठन पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी धरनास्थल में पहुंच गए। उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने बताया कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में खनन में रॉयल्टी के निजीकरण के मुद्दे को उठाया जाएगा। कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से वाहन स्वामियों के साथ है। विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि सरकार साजिशन तरीके से गौला नदी का निजीकरण कर रही है। कांटे हटा दिए गए हैं। इंचटेप से घनमीटर नापा जा रहा है।
पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारियों को निर्देश मिले हैं कि नदी में हर हाल में खनन होगा। कहा कि सरकार घबरा गई है इसलिए मोतीनगर और बनभूलपुरा में लोगों को आंदोलन में आने से रोका जा रहा है। पूर्व सांसद महेंद्र पाल ने कहा कि ये रोटी का सवाल है। इसलिए इस लड़ाई को तब ही खत्म करें जब जीत हो जाए।
जीवन कबडवाल ने कहा कि सुबह से ही पुलिस उनके घर पर पहुंच गई थी। जिससे वह विरोध प्रदर्शन में नहीं आ पाए। कहा कि मैं पुलिस को चकमा देकर आ रहा हूं। ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष रूकमणी देवी ने कहा कि सरकार लोगों की रोटी छीन रही है। हेम दुर्गापाल ने कहा कि भाजपा के विधायक अपनी सरकार की ही भाषा बोल रहे हैं।
इनके अलावा पीसीसी सदस्य सतीश नैनवाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राहुल छिम्वाल, भुवन चंद्र जोशी ने भी सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की। बाद में विरोध जता रहे लोगों ने बुद्ध पार्क में ही सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह को ज्ञापन दिया।