गोंडा: जितनी शिकायतें डिफाल्टर, उतने दिन का कटेगा वेतन, SDM की नई प्रणाली से अधिकारियों में हड़कंप!

गोंडा। आइजीआरएस पोर्टल पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले राजस्व कर्मियों को अब यह ढिलाई भारी पड़ेगी। इस लापरवाही पर अंकुश लगाने के लिए एसडीएम सदर ने एक डिफाल्ट पर एक दिवस का वेतन काटने की प्रणाली लागू की है। इस प्रणाली के तहत जिस कर्मचारी के पास जितनी शिकायतें डिफाल्टर होगी उसका उतने दिन का वेतन काट दिया जाएगा।
आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण के संबंध में कर्मियों को लगातार दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं बावजूद इसके पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का अवलोकन, पर्यवेक्षण व निस्तारण नहीं किया जा रहा है। इस स्थिति में बदलाव लाने के लिए सदर तहसील में एक डिफाल्टर एक दिवस वेतन कट प्रणाली लागू की गयी है। \
इस नई प्रणाली के तहत अब कर्मचारियों का वेतन उनके पास लंबित शिकायतों के आधार पर मिलेगा। जिस कर्मचारी के पास जितनी शिकायतें लंबित होंगी उसका उतने दिन का वेतन काटा जायेगा। एसडीएम ने राजस्व लिपिक व कंप्यूटर सहायक को प्रतिदिन आइजीआरएस पोर्टल की समीक्षा करने का निर्देश दिया है और डिफाल्टर होने वाले लेखपाल राजस्व निरीक्षक व पटेल सहायक का वेतन काटते हुए उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। सभी नायब तहसीलदारों और प्रभारी अधिकारी को इस आदेश का कड़ाई से अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है।
302 नंबर पर पहुंची तहसील सदर की रैंकिंग
आइजीआरएस पोर्टल पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण में सदर तहसील के कर्मचारी फिसड्डी साबित हो रहे हैं। कर्मचारियों की लापरवाही से वरासत, वृद्धा, दिव्यांग, विधवा पेंशन, आय, जाति तथा निवास प्रमाण-पत्रों से संबंधित कई शिकायतें लंबित हैं। शिकायतों का निस्तारण न होने से सदर तहसील की रैंकिंग सबसे निचले पायदान पर पहुंच गई है। वर्तमान में सदर तहसील 302 पायदान पर है। यह रैंकिंग कर्मचारियों की ढिलाई का परिणाम है।
आइजीआरएस पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण में शिथिलता बरतने के चलते सदर तहसील की रैंकिंग 302 पर पहुंच गई है। इस पर अंकुश लगाने के लिए सदर तहसील में एक डिफाल्टर एक दिवस वेतन कट प्रणाली लागू की गई है। जिस कर्मचारी के पास जितनी शिकायतें डिफॉल्टर होगी उसका उतने दिन का वेतन काटा जाएगा।
सुशील कुमार, एसडीएम सदर
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