अप्रैल के अंतिम में शुक्र, शनि व बुध का होगा चंद्रमा से मिलन 

अप्रैल के अंतिम में शुक्र, शनि व बुध का होगा चंद्रमा से मिलन 

नैनीताल, अमृत विचार: खगोल के प्रति रूचि रखने वालों के लिए अप्रैल का अंतिम सप्ताह खास रहने वाला है। शुक्र, शनि व बुध ग्रह चंद्रमा के बेहद करीब से गुजरने जा रहे हैं, जिस कारण इनको पहचान पाना आसान हो जाएगा। ग्रह नक्षत्रों के प्रति हमारा आकर्षण प्राचीनकाल से ही रहा है, मगर इनकी पहचान आसान नहीं है। स्याह रातों में चमकने वाले ग्रह भी तारों की भांति टिमटिमाते हैं, जिस कारण इन्हें पहचान पाना मुश्किल होता है। अब यह चंद्रमा के करीब पहुंच रहे हैं तो इन्हें आसानी से पहचाना जा सकेगा।

ग्रहों का एक-दूसरे के नजदीक पहुंचना या फिर चंद्रमा के करीब से गुजरना सामान्य खगोलीय घटनाएं हैं, लेकिन खगोल प्रेमियों के लिए किसी रोमांच से कम नहीं जिस कारण खगोल प्रेमियों को ग्रहों के एक-दूसरे के करीब पहुंचने की खगोलीय घटना का इंतजार रहता है तो खगोल वैज्ञानिकों के लिए काल गणना को लेकर रहता है। इस घटना के दौरान वैज्ञानिक इनके एक-दूसरे के करीब पहुंचने पर बारीकी से अध्ययन करते हैं और इनके सफर की गति व दिशा का आंकलन करते हैं। 

 दूरी मात्र 2.4 डिग्री रह जाएगी 
बहरहाल इस माह के अंत में होने जा रही ये खगोलीय घटना 25 अप्रैल को होगी, जिसमें शनि ग्रह व चंद्रमा एक-दूसरे के काफी करीब होंगे। इन दोनों के बीच की दूरी मात्र 2.4 डिग्री रह जाएगी। ज्ञातव्य हो पूर्ण चंद्रमा को आधा डिग्री माना जाता है। 25 अप्रैल की रात को ही शनि ग्रह भी चंद्रमा के साथ में नजर आएगा, जो चंद्रमा से मात्र 2.3 डिग्री की दूरी पर होगा। इसी क्रम में 26 अप्रैल को बुध ग्रह, चंद्रमा के करीब होगा। नजदीक पहुंचने पर इनकी आपसी दूरी मात्र 4.4 डिग्री रह जाएगी। माह के अंत में होने जा रही इन खगोलीय घटनाओं में 29 अप्रैल को शुक्र व शनि ग्रह एक-दूसरे के करीब होंगे। तब इन दोनों की आपसी दूरी 3.7 डिग्री रह जाएगी। यह घटना भी खगोल प्रेमियों व वैज्ञानिकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगी।

 
दिलचस्प होगा चांद के साथ ग्रहों का सफर 
नैनीताल: आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान एरीज के वरिष्ठ खगोल वैज्ञानिक डॉ. शशिभूषण पांडेय कहते हैं कि चंद्रमा के साथ ग्रहों को देखना बेहद दिलचस्प है। इस तरह की घटनाएं कुछ महीनों के अंतराल में देखने को मिलती रहती है। इन घटनाओं से खगोल वैज्ञानिकों को अध्ययन का अवसर मिलता है और वह ग्रहों की गति व दशा का सटीक आकलन कर पाते हैं।