'इंडिया' गठबंधन की बैठक: PM पद के चेहरे पर फैसला चुनाव बाद, सीट बंटवारा जनवरी मध्य तक
नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के प्रमुख नेताओं ने मंगलवार को यहां बैठक की, जिसमें यह फैसला किया गया कि जनवरी, 2024 के दूसरे सप्ताह तक सीट बंटवारे को अंतिम रूप देना है। इस बैठक में यह भी तय किया गया कि प्रधानमंत्री पद के चेहरे के बारे में फैसला चुनाव में जीत के बाद होगा।
हालांकि, एमडीएमके नेता वायको ने कहा कि बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विपक्षी गठबंधन की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में दलित चेहरे के तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का प्रस्ताव दिया। बैठक में कुल 28 दलों के नेता शामिल हुए।
बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गठबंधन की आज चौथी बैठक में 28 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। खुशी की बात है कि सभी ने एक होकर यह फैसला किया कि आगे किस तरह से मिलकर काम करना है।’’ उन्होंने कहा कि सभी दलों ने 8-10 जनसभाएं करने का फैसला किया।
खरगे ने कहा कि पहले प्रदेश स्तर पर सीटों के तालमेल पर बात होगी और अगर कोई मुद्दा आया, तो राष्ट्रीय स्तर पर बात होगी। प्रधानमंत्री पद के चेहरे से जुड़े सवाल पर खरगे ने कहा कि पहले जीत के आना है, इसके बाद इस बारे में बात होगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम पहले जीतने की कोशिश करेंगे, उसके बाद सांसद लोकतांत्रिक ढंग से फैसला करेंगे।’’
खरगे ने कहा कि इतनी संख्या में विपक्षी सदस्यों को निलंबित करने की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया कि यह अलोकतान्त्रिक है, इसके खिलाफ लड़ना है। उन्होंने कहा, ‘‘हम यही कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री या गृह मंत्री सदन में आकर सुरक्षा चूक की घटना पर बयान दें... ऐसा कभी नहीं हुआ कि सत्र के दौरान दूसरी जगहों पर भाषण दें और सदन में नहीं आएं।’’
उन्होंने कहा कि सांसदों के निलंबन के खिलाफ 22 दिसंबर को अखिल भारतीय प्रदर्शन होगा। सूत्रों का कहना है कि 'इंडिया' गठबंधन के घटक दलों ने तय किया कि जनवरी के दूसरे सप्ताह तक सीटों के तालमेल को अंतिम रूप दे देंगे। राष्ट्रीय राजधानी के अशोक होटल में हुई इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी,
पार्टी नेता राहुल गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, जनता दल (यू) से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, तृणमूल कांग्रेस से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी, राष्ट्रीय जनता दल से लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव,
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार तथा शिवसेना (यूबीटी) से उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे बैठक में शामिल थे। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव, द्रमुक से तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और वरिष्ठ नेता टी आर बालू, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, अपना दल (के) से कृष्णा पटेल एवं पल्लवी पटेल और कई अन्य नेताओं ने बैठक में भाग लिया।
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