Farrukhabad News: बाढ़ पीड़ितों की फसलों पर कहर बन कर टूट रहा छुट्टा गोवंश, पलक झपकते ही चट कर जाते खेतो में खड़ी फसलें
फर्रुखाबाद में बाढ़ पीड़ितों की फसलों पर कहर बन कर टूट रहा छुट्टा गोवंश।

फर्रुखाबाद में बाढ़ पीड़ितों की फसलों पर कहर बन कर टूट रहा छुट्टा गोवंश। पलक झपकते ही चट कर जाते खेतो में खड़ी फसलें।
फर्रुखाबाद, अमृत विचार। अमृतपुर तहसील क्षेत्र में गंगा और रामगंगा की बाढ़ से तवाह हुए किसानों की फसलों पर छुट्टा गोवंश कहर बन कर टूट रहे है। किसानों के खेतो में लहलाती खड़ी फसलों को यह गोवंश पलक झपकते ही चर जाते हैं। जिससे गंगा पार के किसानों केदिन का चैन और रात की नींद जाती रही है। किसानों की इस विषम समस्या का समाधान करने को कोई सामने नही आ रहा है।
पिछले महीनों आयी बाढ़ से पहले ही अन्नदाता की कमर टूट चुकी है। अब रही सही कसर छुट्टा गौवंश पूरी कर रहे हैं।बताते चलें पिछले महीनों पूरा राजेपुर विकास खंड दो महीने तक गंगा नदी में आई भीषण बाढ़ से जलमग्न रहा था। जिससे अन्नदाताओं की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई थीं। बाढ़ की बजह से पहले ही अन्नदाताओं को अगैती फसलों का लाभ नहीं मिल सका।
जिसकी वजह से अन्नदाता भारी नुकसान में है। किसी तरह लेट हो गई फसलें वोई अब जैसे जैसे फसलें तैयार होने की तरफ बढ़ रही हैं बैसे बैसे उन पर छुट्टा गौवंश का कहर बढ़ता जा रहा है। छुट्टा गौवंश के झुण्ड के झुण्ड आते हैं पलक झपकते ही फसल चट कर जाते हैं। अमृतपुर के रहने वाले अनिल कुमार साहू का कहना है कि गंगा नदी में आई भीषण बाढ़ से हम लोग उबर नहीं पाये, जैसे तैसे साहूकारों से व्याज पर रकम लेकर फसलें वोई।
अब रात दिन फसलों की सुरक्षा में घर से एक आदमी चौबीस घण्टे फसल की रखवाली करने को खेतों में ही रहने को मजबूर है। अगर थोड़ी सी लापरवाही की तो फसल नहीं बचेगी।वहीं अमृतपुर के ही रहने वाले छोटेसिंह का कहना है कि गंगा में आई बाढ़ की बजह से अगैती फसलों को हम लोग नहीं वौ पाये। निचले इलाकों में पानी ही नहीं सूख पाया जिससे खेतों की जुताई नहीं हो सकी।
जिसकी बजह से अगैती फसल नहीँ वौ सके। जिससे आलू शीतगृहों में ही छोड़ना पड़ा। अब जब जुगाड़ तिगाड लगाकर फसल वोई अब ये छुट्टा गोवंश फसलें बर्बाद कर रहे है। जिसकी फरियाद ग्राम प्रधान से भी की। उन्होंने भी कोई उचित जबाब नहीं दिया। अब रात दिन खेतों में ही बीत जाता है। उसके बाद भी छुट्टा गौवंश हमारी फसलें चट कर जाते हैं। कुछ इसी तरह की समस्या नरेश निवासी अमृतपुर ने भी बताई बाढ़ ग्रस्त इलाका है। हम लोग पहले ही जो खरीफ की फसल से आमदनी होती वो बाढ़ की भेंट चढ गयी।
दूसरी तरफ आलू माटी मोल बिका। इधर उधर से रकम लेकर फसल में लगाई। अब छुट्टा गौवंश फसल पर कहर बनकर टूट रहे। वहीं अमृतपुर के ही रहने वाले गुड्डू ,हेतराम का कहना है कि छुट्टा गौवंशों के झुण्ड ने हमला बोल दिया। जिससे काफी चोटें आई थीं। अगर आसपास के खेतों में काम कर रहे किसान लाठी डंडे लेकर न आ जायें तो पता नहीं आज हमारा क्या हाल होता। विकास खण्ड अधिकारी कौशल कुमार गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गौवंश पकड़वाए जा रहे हैं। जल्द ही सभी गौवंश को पकड़वा कर गोशालाओं में भिजवा दिया जाएगा। इस सम्बंध में उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।