अलग-अलग प्राथमिकताएं: दावों पर कौन कितना करेगा भरोसा, मतदान कल

अलग-अलग प्राथमिकताएं: दावों पर कौन कितना करेगा भरोसा, मतदान कल

बरेली, अमृत विचार। बार चुनाव में मतदान के लिए अब बस एक दिन बचा है, लिहाजा हर वकील चुनावी रंग में रंग चुका है। कलेक्ट्रेट चौराहे की सड़कों को प्रत्याशियों के बैनर, होर्डिंग और पोस्टरों से पाट दिया गया है। 

कलेक्ट्रेट से अधिकारी गेस्ट हाउस तक चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के समर्थक अपने-अपने नेता के कार्ड देकर वकीलों से वोट की फरियाद करते नजर आ रहे हैं। वादकारियों से भरी रहने वाली यह सड़क सोमवार को काले कोट पहने लोगों से पटी थी। प्रत्याशियों के चैंबरों में चुनावी रणनीति बन रही थी। वोटरों को आकर्षित करने के लिए प्रत्याशी अपने वादों और घोषणा पत्र को हर हाल में पूरा करने का दावा करते नहीं थक रहे हैं।

अपने पैसे से मुख्तारखाने में 50 चैंबर बनवाऊंगा: मनोज हरित
स्वर्गीय रम्मी बाबू उर्फ रमेश मेहरोत्रा के हाथों 1991 में बैंड लगवाने वाले और बार में पंजीकरण कराकर 32 साल से सक्रिय मनोज कुमार हरित अध्यक्ष के लिए चुनाव मैदान में हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव जीतने के बाद प्राथमिकता पर वकीलों को चैंबर मुहैया कराएंगे। 

विधि व्यवसाय में आने वाले नए लोगों के लिए वह अपनी मां के नाम से मुख्तारखाने में अपने पैसे से 50 चैंबरों का निर्माण कराएंगे। एक चैंबर में चार वकील बैठ सकेंगे। बोले, काफी समय से वकीलों को चैंबर का आवंटन नहीं हुआ है। इसके अलावा बार का एक हजार का सदस्यता शुल्क खत्म किया जाएगा। सिर्फ 120 रुपये ही सदस्यता शुल्क लिया जाएगा। भारी समर्थन से उनकी स्थिति मजबूत है। वकालत शुरू करने के चार साल बाद ही वह संयुक्त सचिव चुने गए थे। इसे वकीलों में उनकी लोकप्रियता का प्रमाण बताया जाता है।

न्यायिक अफसरों को दो बजे तक बैठना होगा : अनिल द्विवेदी
वर्ष 2012-2013 में बार अध्यक्ष रहे अनिल द्विवेदी फिर चुनाव में ताल ठोक रहे हैं और अपना मुकाबला मनोज हरित से मानते हैं। उनका दावा है कि वकालतनामा शुल्क को पांच सौ रुपये करेंगे। बोले, कोर्ट में अधिकारी चैंबर में ज्यादा बैठते हैं। उन तक पहुंचने के लिए वकीलों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। वकीलों के इस शोषण को बंद कराएंगे और इसके लिए हाईकोर्ट तक लड़ेंगे। 

अपने पूर्व कार्यकाल की उपलब्धियों को बताते हुए कहा कि उन्होंने वकीलों की बीमारी के लिए 15 हजार और मृत्यु पर 25 हजार रुपये दिलाने की व्यवस्था कराई थी। वकीलों को सुविधाएं दिलाने के लिए इस बार भी किसी भी स्तर पर जाने से गुरेज नहीं करेंगे। बोले, इस बार बरेली के बाहर से आए कुछ अधिवक्ता चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं।

मेरी लड़ाई स्वार्थ बनाम स्वाभिमान की : अरुण कुमार
40 साल से वकालत कर रहे अरुण कुमार सक्सेना कहते हैं कि कोर्ट हमारी कर्म भूमि है। वह बार चुनाव में धनबल के खिलाफ स्वार्थ बनाम स्वाभिमान की लड़ाई लड़ रहे हैं। जीतने के बाद वादकारियों को सस्ता न्याय उपलब्ध कराना, वकीलों के बैठने के लिए सरकार की मदद से दोमंजिला भवन के निर्माण और युवा वकीलों को बैठने की जगह उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता है। बोले, चुनाव लड़ रहे कुछ प्रत्याशी तो ऐसे हैं जो वकीलों का ही हक मार रहे हैं। उनके बैठने की जगह पर काबिज हैं। वह इस अव्यवस्था को खत्म कराएंगे। आय-व्यय को भी ऑनलाइन कराएंगे।

वकालत में गलत काम नहीं किया, मैं ही जीतूंगा : शशिकांत
अध्यक्ष पद के प्रत्याशी शशिकांत शर्मा ने कहा कि अधिवक्ता पेशे में उन्होंने कभी अनैतिक काम नही किया, यही उनकी जीत का आधार होगा। सुधी सदस्य सही प्रत्याशी का चुनाव करेंगे। बार के कुल सदस्य 2377 हैं, जिनमे से लगभग दो हजार सुधी सदस्य है जिनके लगभग 15 सौ वोट डलना तय हैं। इनमें से वह मानते हैं कि उन्हें 13 सौ वोट मिलेंगे। बोले, आम वोटर कुछ नही कह रहा है, वह मजबूत नेतृत्व की तलाश में है।

वकील की मृत्यु पर बार कोष से दो लाख दिलाऊंगा : नरेश
अध्यक्ष पद के प्रत्याशी नरेश कुमार सिंह ने कहा कि जीत उनकी ही होगी। वह सबसे पहले वकीलों के लिए चैंबरों की व्यवस्था कराएंगे। इसके साथ जूनियर वकीलों की समस्याओं का भी निराकरण कराएंगे। वकील की मृत्यु पर अंतिम संस्कार के लिए तत्काल 25 हजार रुपये और छह महीने बाद दो लाख रुपये बार कोष से दिए जाएंगे। केंद्रीय समिति गठित कर जूनियर वकीलों की आय बढ़ाने पर विचार किया जाएगा। महिलाओं की भागीदारी पर विशेष बल दिया जाएगा।

जूनियर वकीलों की आय बढ़ाऊंगा : धर्मेंद्र कुमार
अध्यक्ष पद के प्रत्याशी धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि पदाधिकारियों के ईमानदारी से काम करने पर ही बार में सुधार की गुंजाइश है। वह बार को पारदर्शी बनाएंगे। बार बेंच के बीच सामंजस्य स्थापित करेंगे। सीनियर साथियों से अनुरोध करेंगे कि जूनियर साथियों से छोटे मुकदमों में पैरवी करवाए। उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए और भी प्रयास करेंगे। शासन से पैसा जारी कराकर बिल्डिंग का निर्माण कराएंगे और साथियों को चैंबर दिलाएंगे।

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