हल्द्वानी: ट्रेंड में टेलीग्राम फ्रॉड, साइबर क्रिमिनल का नया ठिकाना

हल्द्वानी, अमृत विचार। जामताड़ा से शुरू हुआ साइबर फ्रॉड रोज नए रंग बदल रहा है। इस वक्त टेलीग्राम फ्रॉड ट्रेंड में है और सोशल मीडिया का ये प्लेट फार्म साइबर क्रिमिनल का नया ठिकाना बन चुका है। टेलीग्राम प्री पेड टास्क स्कैम में पहले एक आसान टास्क देकर मुफ्त में रकम बांटी जाती है। टास्क पूरा करने वाला लालच और भरोसे में फंसता है तो उसे प्री पेड टास्क देकर मोटी रकम ऐंठ ली जाती है।
टेलीग्राम के जरिये फ्रॉड का नया तरीका हल्द्वानी में अब तक कई लोगों को ठग चुका है। इस वर्ष टेलीग्राम प्री पेड टास्क फ्रॉड से जुड़ी 15 शिकायतें साइबर सेल तक पहुंच चुकी हैं। टेलीग्राम एप एक मैसेंजर एप है। एप पर पहले तो लोगों को आसान टास्क देकर अच्छी कमाई का लालच दिया जाता है।
कहा जाता है कि अगर आप 500 लाइक, शेयर और कमेंट करते हैं तो आपको 500 रुपये मिलेंगे। ये रुपये लोगों के खाते में डाल भी दिए जाते हैं। लोगों को भरोसा हो जाता है तो फिर उन्हें प्री पेड टास्क के बारे में बताया जाता है। इस टास्क में टास्क पूरा करने वाले से पहले पैसे लिए जाते हैं और फिर टास्क दिया जाता है। इसे पूरा करने पर कई गुना रकम कमाने का प्रलोभन दिया जाता है और लालच के जाल में फंस जाते हैं। देहरादून में एक व्यक्ति ने इस टास्क को पूरा करने के चक्कर में 40 लाख रुपये गंवा दिए थे।
टेलीग्राम पर किसी भी टास्क के झांसे में न आएं। लोगों को फंसाने के लिए क्रिमिनल उनके खातों में पैसे भी डाल रहे हैं। ऐसे प्रलोभन में न फंसें। यदि फिर भी किसी तरह आपके साथ साइबर ठगी होती है कि बिना समय गंवाए पुलिस को सूचना दें।
नितिन लोहनी, सीओ साइबर
टेलीग्राम पर लाखों बिकते हैं फर्जी करंट एकाउंट
हल्द्वानी : किसी भी फ्रॉड को अंजाम तक पहुंचने के लिए क्रिमिनल के पास करंट एकाउंट होना चाहिए और वो भी फर्जी। यानी एकाउंट किसी और के नाम पर और इस्तेमाल करने वाला कोई और। ऐसे फर्जी करंट एकाउंट, जिनकी लिमिट करोड़ों रुपये की होती है, इंस्टाग्राम पर लाखों रुपये में बिकते हैं। ठगी की रकम इन्हीं करंट एकाउंट में ट्रांसफर कर देश के बाहर पहुंचा दी जाती है।
हमेशा छिपी रहती है साइबर क्रिमिनल की सूरत
हल्द्वानी : मान लीजिए टास्क पूरा करने पर आपके खाते में 800 रुपये हैं, लेकिन ये रुपये आपको साइबर क्रिमिनल नहीं भेजता। बल्कि जिस तरह आपको टास्क मिलता है ठीक उसी तरह किसी और पैसे ट्रांसफर करने का टास्क मिलता है। 800 रुपये अपने खाते से ट्रांसफर करने पर 1000 रुपये मिलते हैं। साइबर क्रिमिनल की तलाश में पुलिस जब पैसा ट्रांसफर करने वाले के पास पहुंचती है तो पता लगता है कि अपराधी कोई और है।
नैनीताल जिले से 1 करोड़ से अधिक की ठगी
हल्द्वानी : वर्ष 2023 की जनवरी से नवंबर तक नैनीताल जिले में 1 करोड़ रुपये से अधिक का साइबर फ्रॉड हुआ। बड़ी बात यह है कि साइबर पुलिस ने ठगे गए लोगों के 44 लाख रुपये से अधिक रुपये वापस उनके खातों तक पहुंचा दिए। साइबर पुलिस की मानें तो इस वर्ष नवंबर तक उनके पास 1 हजार से ज्यादा साइबर फ्रॉड की शिकायतें आई हैं और शिकायतों की संख्या बढ़ते दिनों के साथ बढ़ रही हैं।