रुद्रपुर: आधुनिकता की दौर में DeepFake Cyber Crime ने उड़ाई नींद
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रुद्रपुर, अमृत विचार। आधुनिकता के दौर में जहां तकनीक बहुत आगे निकलती जा रही है, वहीं देश में डीप फेक टेक्नोलॉजी ने हिंदुस्तान के नेताओं और अभिनेताओं तक की डीप फेक वीडियो बनाकर वायरल कर दी है। इसके अलावा कई छोटे मामले ऐसे भी आए हैं जहां आधुनिक साइबर अपराधियों ने अपने शातिर दिमाग का इस्तेमाल कर लोगों को लाखों का चूना तक लगा डाला है।
वर्ष 2017 के बाद ठग ओटीपी या फिर फोन कॉल कर ठगी को अंजाम देते थे। मगर 2023 आते-आते अब ठगी का नया तरीका भी सामने आने लगा है। वर्तमान में साइबर अपराधी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर डीप फेक के माध्यम से दुष्प्रचार, ठगी को अंजाम और किसी की भी पोर्न वीडियो बनाकर प्रतिष्ठा को दांव पर लगा रहे हैं। मगर कुछ माह पहले देश के प्रधानमंत्री मोदी, भोजपुरी गायक और भाजपा नेता मनोज तिवारी की डीप फेक वीडियो वायरल होने के बाद खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया है।
गृह मंत्रालय के अलावा सभी प्रदेशों की एसटीएफ और साइबर टीम को अलर्ट कर दिया गया है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी और साइबर क्राइम मुख्यालय ने संकेत दिया है कि डीप फेक टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल चुनावों में हो सकता है। साइबर अपराधी किसी भी नेता या फिर अभिनेता की फेक वीडियो बनाकर दुष्प्रचार कर सकते हैं।
कारण इस प्रकार के प्रकरण छोटे और बड़े स्तर पर देखने को मिलने लगे हैं। हालांकि उत्तराखंड के अलावा ऊधमसिंह नगर में डीप फेक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से ठगी करने के प्रकरण सामने आए हैं। मगर अभी तक किसी नेता का फेक वीडियो वायरल नहीं हुआ है। बावजूद एसटीएफ और साइबर की टीम ने सक्रियता निभाते हुए चुनाव से पहले दिल्ली, महाराष्ट्र, लखनऊ समेत महानगरों की क्राइम ब्रांच व साइबर सेल से संपर्क कर इसकी सूचनाएं एकत्र करना शुरू कर दिया है।
कुछ साल पहले ओटीपी, विवशता बताकर, शादी डॉट कॉम के बाद अब सबसे चुनौतीपूर्ण साइबर अपराध डीप फेक बनता जा रहा है। देश के नामी गिरामी नेताओं, अभिनेताओं की वीडियो बनाकर डीप फेक के माध्यम से दुष्प्रचार करने का मामला अभी उत्तराखंड में नहीं आया है। बावजूद आने वाले चुनावी समर में साइबर अपराधी इस तकनीक का प्रयोग कर सकते हैं। जिसकी रोकथाम को लेकर एसटीएफ की साइबर टीम तैयार है और लगातार अन्य प्रदेशों के क्राइम सेल व साइबर सेल से संपर्क कर निगरानी बनाए हुए है।
-सुमित कुमार पांडेय, सीओ, एसटीएफ