अयोध्या: डेंगू मरीजों का टूटा रिकॉर्ड, अब तक 733 मरीज मिले

अयोध्या: डेंगू मरीजों का टूटा रिकॉर्ड, अब तक 733 मरीज मिले

अयोध्या, अमृत विचार। जनपद में डेंगू का डंक अब डराने लगा है। अब तक मिले मरीजों की संख्या ने पिछले कई वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक मरीजों में मरीजों के मिलने का क्रम टूट नहीं रहा है। स्वास्थ्य विभाग की निरोधात्मक कार्रवाई के बीच बढ़ रही मरीजों की संख्या चिंता बढ़ा रही है। सोमवार की शाम तक डेंगू मरीजों का आंकड़ा 733 पहुंच गया था। 
   
सितंबर महीने से डेंगू कहर बरपा रहा है। सरकारी ही नहीं निजी अस्पतालों में भी मरीजों की कतार टूट नहीं रही है। नगर क्षेत्र में लगातार सर्वाधिक मरीज सामने आ रहे हैं। इसका एक कारण जगह-जगह पर पसरी गंदगियां व जलभराव भी है। स्वास्थ्य विभान ने भी निर्माण कार्यों को ही इसका जिम्मेदार ठहराया है। 

एपिडेमोलॉजिस्ट डॉ. अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि नगर क्षेत्र में हर जगह पर कंस्ट्रक्शन चल रहा है। सड़कों के निर्माण कार्य के चलते जगह-जगह जलभराव है। नालियां भटी पड़ी हैं। इस कारण भी मरीजों की संख्या बढ़ी है। इससे पहले 2021 में 571 व 2022 में 668 डेंगू मरीज मिले थे। 

उन्होंने बताया कि नगर क्षेत्र में जिला महिला अस्पताल के आस-पास के आठ से दस इलाके हॉट-स्पॉट घोषित किए गए हैं। तीन वर्ष में सिर्फ एक की मौत 2022 में हुई थी। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.राम मणि शुक्ला ने बताया कि एंटी लार्वा व फॉगिंग लगातार कराई जा रही है। एंटी लार्वा का छिड़काव किसी के घरों में नहीं किया जा सकता है। लोगों को खुद ब खुद जागरूक होना पड़ेगा। 

वायरल दोबारा कर रहा हमला 
इस वर्ष वायरल से पीड़ित मरीजों की बाढ़ सी आ गई। एक बार चपेट में आने के बाद दोबरा फिर से लपेटे में ले रहा है। अंगूरी बाग निवासी राशीजा, अब्दुल व अजय ने बताया कि उन्हें पहले बुखार हुआ था तो प्लेटलेट्स काफी डाउन हो गई थी। डॉक्टरों ने बताया था कि यह डेंगू के लक्षण हैं। 

दवाएं चली तो ठीक हुआ, लेकिन एक माह बाद फिर से वही स्थिति हो गई। इस बारे में जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ.नानक सरन ने बताया कि हो सकता है कि पहली बार की जांच गलत रही हो। आज कल किट से जितने भी टेस्ट हो रहे हैं वह सस्पेक्टेड हैं। डेंगू की सही जांच एलाइजा ही मानी जाती है।

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