हल्द्वानी: पुलिस का इलाका बढ़ा पर अपराध नहीं थमे

राज्य के 18 सौ राजस्व गांवों में तक पहुंची रेगुलर पुलिस, लेकिन हत्या और महिला अपराधों पर नहीं लगी लगाम

हल्द्वानी: पुलिस का इलाका बढ़ा पर अपराध नहीं थमे

हल्द्वानी, अमृत विचार। पहाड़ी राज्य की कल्पना तो साकार हो गई, लेकिन जिस उम्मीद से राज्य गठन हुआ वह आज भी पूरी नहीं हो सकी है। खास तौर पर अपराध और उस पर भी महिला अपराध। राज्य में महिला अपराध के आंकड़े तो हैरान करते हैं और वह भी तब, जब 18 सौ राजस्व गांवों को भी अब रेगुलर पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है।

पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के 13 जिलों में जनवरी 2021 से मई 2023 तक कुल 3854 महिलाओं की गुमशुदगी दर्ज की गई। वर्ष 2021 में 1494, वर्ष 2022 में 1632 और वर्ष 2023 में मई तक 728 महिलाएं व 1134 लड़कियां गुमशुदा हुईं। महिला हत्या की बात करें तो कुमाऊं के 6 जिलों में वर्ष 2021 में 5, वर्ष 2022 में 6 और वर्ष 2023 में 17 महिलाओं को मार डाला गया।

इसी तरह वर्ष 2021 में 153 महिलाओं से बलात्कार हुए। वर्ष 2022 में 199 और वर्ष 2023 के जून तक 170 महिलाओं से दुष्कर्म हुआ। दहेज के लिए वर्ष 2021 में 18, वर्ष 2022 में 22 और वर्ष 2023 जून तक 14 महिलाओं की हत्या हुई। जबकि इससे पहले वर्ष 2020 में महिलाओं के साथ हत्या, दुष्कर्म, दहेज हत्या और छेड़खानी जैसे 967 मामले पूरे कुमाऊं मंडल में दर्ज किए गए थे। कुमाऊं के इन छह जिलों में महिलाओं के खिलाफ अपराध के सबसे ज्यादा मामले ऊधमसिंहनगर जिले में दर्ज किए और इसके बाद नैनीताल दूसरे नंबर पर है। 


राज्य में जिलावार महिला गुमशुदगी के मामले
- नैनीताल में वर्ष 2021 में 168, वर्ष 2022 में 165 और वर्ष 2023 में मई तक 53 महिलाएं गायब हुई हैं। 
- ऊधमसिंहनगर में वर्ष 2021 में 343, वर्ष 2022 में 415 व वर्ष 2023 मई तक 183 महिलाएं गायब हुईं।
- पिथौरागढ़ में वर्ष 2021 में 14, वर्ष 2022 में 18 और वर्ष 2023 मई तक 7 महिलाएं गायब हुईं।
- अल्मोड़ा में वर्ष 2021 में 25, वर्ष 2022 में 44 और वर्ष 2023 की मई तक 23 महिलाएं गायब हुईं।
- टिहरी में वर्ष 2021 में 59, वर्ष 2022 में 49 और वर्ष 2023 की मई तक 35 महिलाएं गायब हुईं।
- बागेश्वर में वर्ष 2021 में 34, वर्ष 2022 में 26 और वर्ष 2023 की मई तक 12 महिलाएं गायब हुईं।
- पौड़ी में वर्ष 2021 में 43, वर्ष 2022 में 58 और वर्ष 2023 की मई तक 19 महिलाए गायब हुईं।
- उत्तरकाशी में वर्ष 2021 में 34, वर्ष 2022 में 23 और वर्ष 2023 की मई तक 15 महिलाएं गायब हुईं।
- देहरादून में वर्ष 2021 में 364, वर्ष 2022 में 430 तथा 2023 में मई तक 163 महिलाएं गायब हुईं।
- हरिद्वार में वर्ष 2021 में 339, वर्ष 2022 में 314 और वर्ष 2023 की मई तक 169 महिलाएं लापता हुईं।
- चमोली में वर्ष 2021 में 31, वर्ष 2022 में 26 व वर्ष 2023 की मई तक 14 महिलाएं लापता हुईं। 
- चम्पावत में वर्ष 2021 में 23, वर्ष 2022 में 48 और वर्ष 2023 की मई तक 25 महिलाएं लापता हुईं। 
- रूद्रप्रयाग में वर्ष 2021 में 14, वर्ष 2022 में 15 और वर्ष 2023 की मई तक 10 महिलाओं की गुमशुदगी दर्ज हुई। 


ऑनलाइन यौन उत्पीड़न के मामले भी बढ़े
सोशल मीडिया के बढ़ रहे असर के साथ ही कुमाऊं में महिलाओं के साथ ऑनलाइन यौन उत्पीड़न के मामले भी बढ़े हैं। वर्ष 2020 में पूरे मंडल में इस तरह के 24, वर्ष 2021 में 39 और वर्ष 2022 में सितंबर तक मिले आंकड़ों के मुताबिक कुल 38 ऑनलाइन यौन उत्पीड़न के मामले दर्ज हुए थे।