पाकिस्तान से निर्वासित किए गए लोगों की मदद के लिए आगे आए निजी क्षेत्र, तालिबान ने की अपील

इस्लामाबाद। तालिबान ने शनिवार को अफगानिस्तान के निजी क्षेत्र से पड़ोसी देश पाकिस्तान से बड़ी संख्या में निर्वासित किए गए लोगों की मदद के लिए आगे आने की अपील की। पाकिस्तान ने यह कहते हुए सभी विदेशियों को गिरफ्तार और निर्वासित कर रही है कि वे देश में अवैध रूप से रह रहे हैं लेकिन इस नीति ने ज्यादातर अफगानिस्तानी लोगों को प्रभावित किया है क्योंकि यहां बड़ी संख्या में लोग बिना दस्तावेज के रह रहे थे। काबुल स्थित वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने अफगानिस्तान के निजी क्षेत्र से मदद के लिए आगे आने की अपील की है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान से जबरन निर्वासित किए जा रहे अफगान लोग अपने जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजर रहे हैं, जिनके पास कोई अवसर नहीं है। बयान के मुताबिक, ''मंत्रालय ने निजी क्षेत्र को हजारों की संख्या में गरीबों और जरूरतमंदों को जबरन निर्वासित किए जाने के कारण गंभीर मानवीय संकट से उबारने में मदद करने के लिए आमंत्रित किया है।
यह इस्लाम और अफगानी लोगों का कर्तव्य है कि वह अपने देशवासियों के लिए खड़े हों'' अफगानिस्तान, वर्षों तक सूखे, चरमराई अर्थव्यवस्था और दशकों तक चले युद्ध के परिणामों सहित कई चुनौतियों से जूझ रहा है। तालिबान अधिकारियों के मुताबिक, तालिबान सोशल मीडिया अकांउट पर पूर्वी नंगरहार प्रांत की तोरखम सीमा पर वरिष्ठ अधिकारियों को स्वदेश वापसी कर रहे अफगानी लोगों से हाथ मिलाते हुए और उनकी अगवानी करते हुए दिखाया गया है। इसके साथ ही वहां अस्थायी शिविरों में लोगों को भोजन, रहने के लिए जगह और स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान की जा रही हैं।
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