बरेली: मृदा परीक्षण में कागजों की छुट्टी, ऐप से होगा सारा काम
पहले चरण में मंडल के चारों जिलों के 305 गांवों से जांच के लिए मिट्टी के 30,500 सैंपल लेने का शासन से मिला लक्ष्य, पीलीभीत से साढ़े तीन हजार, बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर से लिए जाने हैं नौ-नौ हजार मिट्टी के नमूने
बरेली, अमृत विचार: मृदा परीक्षण की व्यवस्था में अब कागजों की छुट्टी हो गई है। खेतों में मिट्टी के स्वास्थ्य की जांच का पूरा काम अब एप के माध्यम से होगा। अफसरों के मुताबिक सारा डाटा कृषि विभाग की सॉयल हेल्थ कार्ड (एसएचसी) मोबाइल एप पर ऑनलाइन होगा। पहले चरण में मंडल के 305 गांवों को चुना गया है, जिसमें प्रत्येक ग्राम पंचायतों में 100-100 खेतों से मिट्टी के 30,500 नमूने लिए जाएंगे।
ये भी पढ़ें - बरेली: जयपुर का युवक वेबसाइट से रिश्ता तय होने के बाद हड़पे लाखों रुपये, शादीशुदा युवक बताया कुंवारा
जिले में खेतों की उर्वरा शक्ति की निगरानी के लिए बिलवा में भूमि परीक्षण प्रयोगशाला बनाई गई है। ग्रामीण अंचल में तैनात कर्मचारी पहले नमूने लेते समय फार्म भरने से लेकर बाद में उनकी फीडिंग तक सारा काम मैनुअल ही करते थे। इसमें काफी समय बर्बाद होता था। अब कृषि प्राविधिक सहायक एप के माध्यम से गांवों में जाकर किसानों का मोबाइल नंबर, आधार नंबर व खतौनी आदि का विवरण फीड करेंगे। खेत से मिट्टी का नमूना लेकर फोटो एप पर अपलोड करेंगे। इसमें एक क्यूआर कोड भी मिलेगा। नमूना प्रयोगशाला आने पर इसी क्यूआरकोड को स्कैन किया जाएगा, जिससे किसान का पूरा विवरण खुलकर सामने आ जाएगा। अफसरों का दावा है कि इस नई व्यवस्था से कामकाज में काफी सहूलियत मिलेगी।
अम्लीयता व क्षारीयता की स्थिति पता चलेगा: फसलों का अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए मिट्टी में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की किसानों को सटीक जानकारी होनी चाहिए। कृषि प्राविधिक सहायक वीरेंद्र गंगवार के मुताबिक खेत की मिट्टी किस प्रकार की फसल के लिए अधिक उपजाऊ है, अम्लीयता व क्षारीयता की क्या स्थिति है, इसका भी किसान को पता होना चाहिए तभी मिट्टी उर्वरा शक्ति के अनुसार फसलों की बुवाई करने से अधिक उत्पादन संभव है।
पीलीभीत का 3500, बाकी तीन जिलों का 27 हजार है लक्ष्य: मंडल के पीलीभीत, बरेली और शाहजहांपुर में 15-15 ब्लाक हैं। जबकि पीलीभीत में सात ब्लाकों के सापेक्ष पांच ही ब्लाकों का चयन किया गया है। चयनित सभी ब्लाकों के छह-छह गांव से 10-100 खेतों से मिट्टी के नमूने लिए जाने हैं। इस प्रकार बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर के 270 गांवों से 27 हजार और पीलीभीत के 35 गांवाें से साढ़े तीन हजार नमूने लिए जाएंगे।
12 पैरामीटर पर नमूने की होती है जांच: सहायक निदेशक मृदा परीक्षण विश्वनाथ ने बताया कि खेतों से मिट्टी के नमूने एकत्र कर कर्मचारी टेस्टिंग के लिए बिलवा स्थित भूमि परीक्षण प्रयोगशाला लेकर आते हैं। यहां 12 पैरामीटर्स पर मिट्टी के नमूनों की जांच होती हैं।
ये भी पढ़ें - बरेली: टेली रेडियोलॉजी करने वाली संस्था कृष्णा डायग्नोस्टिक की प्रगति शून्य, नोटिस