बरेली: नहीं रहे दरगाह शाह शराफत मियां के सज्जादानशीन सकलैन मियां, बड़ी संख्या में जुटे मुरीद

बरेली: नहीं रहे दरगाह शाह शराफत मियां के सज्जादानशीन सकलैन मियां, बड़ी संख्या में जुटे मुरीद

बरेली, अमृत विचार। दरगाह शाह शराफत मियां के सज्जादानशीन सकलैन मियां नहीं रहे। अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद शुक्रवार देर शाम उनका इंतकाल हो गया। गम में डूबे मुरीदों का उनके आखिरी दीदार के लिए देर रात तक शाहबाद स्थित दरगाह पर तांता लगा रहा।

सकलैन मियां शुक्रवार दोपहर तक बिल्कुल स्वस्थ थे। उन्होंने आस्ताने पर जुमे की नमाज अदा कराई और मुरीदों से भी मिले। देर शाम अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें चौपुला के पास एक निजी अस्पताल में ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उन्हें एंबुलेंस से आस्ताने पर लाया गया जहां देर रात तक हजारों मुरीदों की भीड़ इकट्ठी रही। सुपुर्दे खाक से पहले शनिवार को भारी संख्या में उनके मुरीदों के पहुंचने की संभावना है।

मातम में डूबे माहौल में सन्नाटा छाया हुआ था। आंखें नम थीं और चेहरों पर हैरानी के साथ कुछ सवाल खिंचे हुए थे। लोग जानना चाहते थे कि हजरत सुबह तक तो बिल्कुल ठीकठाक थे अचानक क्या हुआ। दरगाह के बाहर दूर तक भीड़ लगी हुई थी। लोग जद्दोजहद से बचते हुए सकलैन मियां का आखिरी दीदार करना चाहते थे। भीड़ में तमाम औरतें और बच्चे भी थे। रात बीतने के साथ भीड़ कम होने के साथ और बढ़ती जा रही थी।

दुनिया से रुखसती के बाद दरगाह शाह शराफत मियां के सज्जादानशीन सकलैन मियां का जनाजा आस्ताने पर पहुंचा तो सैकड़ों लोगों की भीड़ वहां इकट्ठी हो चुकी थी। हर कोई उनका आखिरी दीदार कर लेना चाहता था। मुरीदों की भीड़ और बढ़ी तो आस्ताने शरीफ के मेहमान खाने का गेट को बंद कर दिया गया। खानकाह के आसपास भीड़ को काबू में रखने के लिए दरगाह के लोग बैरिकेडिंग करने में जुट गए।

देर रात तक दरगाह की इंतजामिया कमेटी के लोग शनिवार को भारी भीड़ उमड़ने की संभावना देखते हुए व्यवस्था करने में जुटे रहे। महिलाओं से लेकर बच्चों तक की भीड़ आस्ताने पर थी। सकलैन मियां दिल की बीमारी से पीड़ित थे। दरगाह की तरफ से मुरीदों से फज्र की नमाज के बाद आखिरी दीदार करने के लिए कहा गया। देर रात तक उनके सुपुर्दे खाक के बारे में कोई साफ जानकारी दरगाह की ओर से नहीं दी गई।

दरगाह शाह शराफत मियां के सज्जादानशीन सकलैन मियां के इंतकाल की खबर मिलते ही उनके मुरीद स्तब्ध रह गए। शुक्रवार रात से ही उनके मुरीद बरेली पहुंचने लगे। खासतौर से उनके आस्ताने ककराला और बदायूं से बड़ी संख्या में लोग आएंगे। इसलिए पुलिस ने आंशिक तौर पर ट्रैफिक डायवर्जन की व्यवस्था की है।

14 साल की उम्र में ही मिल गई थी खिलाफत
डॉ. हमीद उद्दीन सकलैनी ने बताया कि पीरोमुर्शिद सकलैन मियां की पैदाइश बदायूं के ककराला शरीफ में हुई थी। हजरत शाह शराफत मियां उनके दादा थे। उनसे 14 साल की उम्र में ही सकलैन मियां ने खिलाफत हासिल कर ली थी। कुछ समय बाद ही उनकी प्रसिद्धि सिर चढ़कर बोलने लगी। उनके इर्दगिर्द भीड़ इकट्ठी रहती थी और लोग मुरीद होने की तमन्ना करते थे। उन्होंने अल्लाह की रजा के लिए खिदमत ए खल्क की। यही वजह थी कि आस्ताने पर आने वाले जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा लंगर चलता रहा।

गम का इजहार करने पहुंचे सियासी लोग
सकलैन मियां के दुनिया से रुखसत होने की खबर सुनते ही संवेदनाएं व्यक्त करने वालों का तांता लग गया। सपा के महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी और पूर्व महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद शाहबाद के पार्षद अब्दुल कय्यूम खां उर्फ मुन्ना के साथ खानकाह पहुंचे। उन्होंने सकलैन मियां के बेटे गाजी मियां से मुलाकात कर संवेदना जताई। इसवा के अध्यक्ष डॉ. अनीस बेग ने कहा कि बरेली की शान इस दुनिया से रुखसत हो गई। उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता। कांग्रेस के प्रदेश सचिव चौधरी असलम मियां ने भी आस्ताने पहुंचकर दुख व्यक्त किया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. केबी त्रिपाठी, जिला प्रवक्ता राज शर्मा, जिला महासचिव जिया उर रहमान, जिला उपाध्यक्ष जुनैद हसन एडवोकेट, जिला कोषाध्यक्ष कमरुद्दीन सैफी, जिला उपाध्यक्ष दिनेश दद्दा, जिला महासचिव उल्फत सिंह कठेरिया आदि आस्ताने पर गम का इजहार करने पहुंचे।

दरगाह के आसपास बढ़ाई गई सुरक्षा
इंस्पेक्टर कोतवाली धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि सकलैन मियां के इंतकाल के बाद दरगाह के आसपास के इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बड़ा दी गई। प्रेमनगर, कोतवाली पुलिस के अलावा पुलिस लाइन से पुलिस बल को भी चौराहों पर तैनात किया गया है। कोतवाली क्षेत्र में क़ुतुबखाना, मनिहारन गली के अलावा प्रेमनगर क्षेत्र में भी चौराहों पर पुलिस तैनात रही। शहर में कल पुलिस बल बढ़ा दिया जाएगा।

ये भी पढ़ें- बरेली: साजिश रचकर फंसाने के आरोपी संग्रह अमीन मनोज का मीरगंज तबादला, जानिए मामला

ताजा समाचार

महर्षि महेश योगी के जयंती में शामिल हुए ब्रजेश पाठक, कहा- HMP वायरस से होता है सिर्फ जुकाम
गढ़चिरौली में नक्सलवाद की घटनाओं में आई कमी, गडकरी बोले- मुख्यधारा में शामिल हुए 5000 युवा
मुरादाबाद : युवाओं को सही दिशा देते हैं शिक्षक, उनके प्रति रखें सम्मान
Kanpur: सर्दी में अधिक शराब व सिगरेट से गड़बड़ा रहा बीपी, बन रहा ब्रेन अटैक का कारण, न्यूरो सर्जन ने कहा ये...
रश्मिका मंदाना के पैर पर प्लास्टर, 'थामा', 'सिकंदर' और 'कुबेर' के डायरेक्टर्स से मांगी माफी, बोलीं-जल्द काम पर लौटूंगी
बरेली: भैंस चोरी करने वाले का फंदे से लटका मिला शव, परिजन बोले- पुलिस से झूठी शिकायत की, इसलिए तनाव में था