सीमित शब्दों से अधिक अर्थ बताना भारवि की विशेषता : डॉक्टर अमित

सीमित शब्दों से अधिक अर्थ बताना भारवि की विशेषता : डॉक्टर अमित

सुलतानपुर, अमृत विचार। महाकवि भारवि ने अपने काव्य में जीवन के गम्भीर अनुभवों, शाश्वत मूल्यों व राजनीति एवं लोक व्यवहार में उपयोगी तथ्यों को सरस शब्दों में बोधगम्य बनाया है। अपनी विशिष्ट प्रतिभा एवं शैली से सीमित शब्दों के माध्यम से विपुल अर्थ को अभिव्यक्त करना भारवि की महत्वपूर्ण विशेषता है। यह बातें राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. अमित तिवारी ने कहीं। वह शुक्रवार को संस्कृत विभाग द्वारा आयोजित विद्यार्थी संगोष्ठी को बतौर मुख्य वक्ता सम्बोधित कर रहे थे। 

भारवेर्थगौरवम समीक्षा विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. यशमन्त सिंह ने संस्कृत कवि भारवि के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर बात की। डॉ.नीतू सिंह ने भारवि को गागर में सागर भरने वाला कवि बताया। डॉ. वीना सिंह ने भारवि को राजनीति एवं लोकव्यवहार के मर्मज्ञ कवि के रूप में प्रस्तुत किया। स्नातक के विद्यार्थी राम विशाल पाडेय, उत्कर्ष, महक, सोनम, अनामिका, दिशा, अंतिमा विनय, पिंटू मौर्य आदि ने महाकवि भारवि पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। विद्यार्थी संगोष्ठी का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन व दीप प्रज्ज्वलन द्वारा हुआ। सरस्वती वंदना स्नातक प्रथम सेमेस्टर की छात्रा आस्था वर्मा ने प्रस्तुत की। 

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