Asian Games 2023 : एश‍ियाड में भारत का धमाकेदार प्रदर्शन, शूट‍िंंग में गोल्ड, वुशू में रोश‍िब‍िना ने जीता स‍िल्वर मेडल

Asian Games 2023 : एश‍ियाड में भारत का धमाकेदार प्रदर्शन, शूट‍िंंग में गोल्ड, वुशू में रोश‍िब‍िना ने जीता स‍िल्वर मेडल

हांगझोऊ। चीन के हांगझोऊ में खेले जा रहे 19वें एशियाई खेलों में भारतीय शूटर्स ने गुरुवार को एक और गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। यह मेडल 10 मीटर मेंस एयर पिस्टल में मिला है। भारतीय शूटर सरबजोत सिंह, अर्जुन सिंह चीमा और शिवा नरवाल ने यह कारनामा किया। वहीं भारत की नाओरेम रोशिबिना देवी (Naorem Roshibina Devi Olympic athlete) ने एशियाई खेलों की महिला 60 किग्रा वुशु सांडा फाइनल में स्थानीय दावेदार वू शियाओवेई के खिलाफ 0-2 की शिकस्त के साथ रजत पदक जीता। उन्होंने यह पदक मणिपुर हिस्सा के पीड़ितों को समर्पित किया।

भारत की अब तक की पदक तालिका

  • 24 पदक: 6 गोल्ड, 8 स‍िल्वर और 10 ब्रॉन्ज

 

भारत की पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल टीम ने गुरुवार को एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता लेकिन व्यक्तिगत स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाने वाले देश के दोनों निशानेबाज पदक जीतने में नाकाम रहे। सरबजोत सिंह, अर्जुन सिंह चीमा और शिव नरवाल ने बेहद करीबी मुकाबले में चीन की टीम को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया और भारत को निशानेबाजी में चौथा स्वर्ण पदक दिलाया। भारतीय निशानेबाज मौजूदा खेलों में अब तक चार स्वर्ण, चार रजत और पांच कांस्य पदक जीत चुके हैं।

भारतीय तिकड़ी ने क्वालीफिकेशन में कुल 1734 अंक जुटाए जो चीन की टीम से एक अधिक है। चीन को रजत जबकि वियतनाम (1730) को कांस्य पदक मिला। सरबजोत ने क्वालीफिकेशन में 580, चीमा ने 578 और नरवाल ने 576 अंक बनाए। सरबजोत और चीमा ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में भी जगह बनाई लेकिन क्रमश: चौथे और आठवें स्थान पर रहे। वियतनाम के फेम कुआंग हुई ने 240.5 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि दक्षिण कोरिया के ली वोनहो (239.4) ने रजत पदक हासिल किया। उज्बेकिस्तान के व्लादिमिर स्वेचनिकोव (219.9) को कांस्य पदक मिला।

रोशिबिना ने गृह राज्य मणिपुर को समर्पित किया मेडल

रोशिबिना का गृह राज्य मणिपुर इस साल मई से हिंसा से जूझ रहा है। विरोधी कुकी जातीय समुदाय के दबदबे वाले चूरचांदपुर के करीबी बिष्णुपुर के क्वाशिफाई गांव की रहने वाली मैतेई समुदाय की रोशिबिना को स्थानीय खिलाड़ी को कड़ी टक्कर देने के बावजूद हार का सामना करना पड़ा। मणिपुर में दोनों समुदायों के बीच हिंसा में कई लोगों की जान जा चुकी है जबकि घायलों का आंकड़ा भी काफी अधिक है। रोशिबिना ने रजत पदक जीतने के बाद कहा, ‘‘मणिपुर जल रहा है। मणिपुर में हिंसा जारी है। मैं अपने गांव नहीं जा सकती। मैं यह पदक उन लोगों को समर्पित करना चाहती हूं जो हमारी रक्षा कर रहे हैं और वहां पीड़ा सह रहे हैं।’’

 

मणिपुर की इस खिलाड़ी ने रोते हुए कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि क्या होगा, लड़ाई तो जारी है। यह कब रुकेगा और पहले की तरह सामान्य जिंदगी कब लौटेगी।’’ रोशिबिना को गत चैंपियन शियाओवेई के खिलाफ जूझना पड़ा और उन्होंने चीन की खिलाड़ी को अच्छी शुरुआत करने का मौका दिया। जजों ने दो दौर के बाद शियाओवेई को विजेता घोषित किया। चीन की खिलाड़ी पहले दौर से ही आक्रामक दिखी और उन्होंने रोशिबिना को गिराकर अंक बनाए। 

मणिपुर की खिलाड़ी ने वापसी करते हुए शियाओवेई का पैर पकड़कर उन्हें सीमा रेखा से बाहर करने की कोशिश की लेकिन नाकाम रही जिससे चीन की खिलाड़ी ने 1-0 की बढ़त बनाई। दूसरे दौर में चीन की खिलाड़ी ने रोशिबिना के शरीर के ऊपरी हिस्से पर प्रहार से अंक जुटाए और जीत दर्ज की। रोशिबिना ने 2018 में जकार्ता खेलों में कांस्य पदक जीता था। रोशिबिना ने बुधवार को विश्व चैंपियनशिप की रजत और कांस्य पदक विजेता वियतनाम की थी थू थुइ एनगुएन को 2-0 से हराकर कम से कम रजत पदक सुनिश्चित किया था।

 इस भारतीय खिलाड़ी ने बुधवार को अपने माता-पिता से बात की और उन्होंने अपनी बेटी को मणिपुर हिंसा से ध्यान नहीं भटकने देने और फाइनल पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने मेरे से कहा कि मैं मैच पर ध्यान दूं ना कि अन्य चीजों पर। मेरा परिवार ठीक है। मैं उनसे नियमित रूप से बात नहीं करती क्योंकि मेरे कोच कहते हैं कि वहां हो रही हिंसा से मेरा ध्यान भटक जाएगा।’’ रोशिबिना ने कहा, ‘‘हमने बहुत अच्छी तैयारी की और हम यहां अच्छा प्रदर्शन कर सके और रजत पदक जीता।

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