शाहजहांपुर: रामगंगा हुई विकराल, घरों में घुसा बाढ़ का पानी

शाहजहांपुर: रामगंगा हुई विकराल, घरों में घुसा बाढ़ का पानी

शाहजहांपुर/मिर्जापुर, अमृत विचार: गंगा की बाढ़ थमने के बाद अब रामगंगा तबाही मचाने को बेताब हो रही है। बाढ़ का पानी घरों में घुसने लगा है। लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश करने लगे हैं। फसलों में बाढ़ का पानी चलने से बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई है। शुक्रवार सुबह से रामगंगा का जल स्तर स्थिर रहने से तटवर्ती गांव के लोगो ने राहत की सांस ली है।

करीब दो महीने तक गंगा ने क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों में तबाही मचा रखी थी। क्षेत्र को लोगों के बाढ़ के जख्म अभी भरे भी नहीं, तब तक रामगंगा ने विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया। इस सीजन में सबसे अधिक पानी रामगंगा में देखा जा रहा है। बाढ़ का पानी कस्बे में भी प्रवेश करते हुए इस्माइलपुर गांव तक पहुंच गया है।

वहीं अतरी, बीघापुर, कसारी, नवादा, मौजमपुर, पहरूआ, हरिहरपुर, कुनिया, मईखुर्दकला, सोहड़, दहेलिया समेत दर्जनों गांव रामगंगा की बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। कसारी व बीघापुर में आवागमन के लिए नाव ही सहारा बनी हुई है। भूसा व जरूरी सामान आदि लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने लगे हैं।

धान, तिली की फसलो में बाढ़ का पानी भरने से किसानो को खराब होने का डर सताने लगा है। अतरी निवासी हरिकिशोर मौजमपुर निवासी रामू , तिरमल कठेरिया ने बताया कि अरबी और भिन्डी की फसल खराब हो गई है, वहीं धान व तिली की उपज पर संकट मंडरा रहा है।

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