किम जोंग की रूस की यात्रा के बीच दक्षिण कोरिया ने जताई चिंता

किम जोंग की रूस की यात्रा के बीच दक्षिण कोरिया ने जताई  चिंता

सियोल। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को लड़ाकू विमान बनाने वाले रूस की एक विमान विनिर्माण ईकाई का दौरा करना था और फिर उन्हें देश के पैसिफिक फ्लीट की यात्रा करनी थी लेकिन वह कहां हैं, इस बात की जानकारी नहीं है। वहीं दक्षिण कोरिया ने बृहस्पतिवार को इस बात पर गहरी चिंता और खेद जताया कि किम जोंग की यात्रा में सैन्य सहयोग के विस्तार पर ध्यान दिया गया है। दूसरी तरफ अमेरिका ने भी चेताया है कि किम जोंग और रूस के राष्ट्रपति की बुधवार को हुई शिखर बैठक के बाद उत्तर कोरिया गोला बारूद की आपूर्ति करने के लिए एक समझौता कर सकता है जिसका इस्तेमाल मॉस्को यूक्रेन में कर सकता है। 

सियोल में इस बात को लेकर व्यापक चिंता है कि गोला बारूद की आपूर्ति करने के बदले में उत्तर कोरिया को रूस से उन्नत हथियार प्रौद्योगिकियां मिल सकती हैं जिनमें सैन्य जासूसी उपग्रह से संबंधित प्रौद्योगिकी भी शामिल है और यह किम जोंग के सैन्य परमाणु कार्यक्रम से उत्पन्न खतरे को और बढ़ाएगा। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिम सू-सुक ने कहा, “हम अपनी गहरी चिंता और खेद व्यक्त करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की बार-बार की चेतावनियों के बावजूद, उत्तर कोरिया और रूस ने अपने शिखर सम्मेलन के दौरान उपग्रह विकास सहित सैन्य सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की।” 

उन्होंने एक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘ उपग्रह प्रणाली के साथ-साथ बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकियों समेत परमाणु हथियार और मिसाइल विकास में सहयोग देने वाला कोई भी विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के खिलाफ है।” लिम ने यह भी रेखांकित किया कि किम जोंग के साथ रूस गए प्रतिनिधिमंडल में ऐसे कई लोग शामिल हैं जिन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया के अवैध हथियार विकास गतिविधियों के लिए प्रतिबंध लगाया हुआ है।

 लिम ने कहा कि मॉस्को को यह एहसास करना चाहिए कि अगर वह उत्तर कोरिया के साथ सैन्य सहयोग को लेकर आगे बढ़ता है तो सियोल के साथ उसके संबंधों पर "बहुत नकारात्मक प्रभाव" पड़ेगा। दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्री किम युंग हो ने चेताया कि उत्तर कोरिया और रूस के बीच हथियारों के लेन-देन होने पर दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान कड़ी प्रतिक्रिया देंगे। ये तीनों देश क्षेत्रीय खतरे के मद्देनजर अपना त्रिपक्षीय सुरक्षा सहयोग बढ़ा रहे हैं। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बुधवार को कहा था कि अगर उत्तर कोरिया ने रूस को हथियारों की आपूर्ति की तो उसे परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा, “धरती पर किसी भी देश को, किसी को भी पुतिन को निर्दोष यूक्रेन वासियों को मारने में मदद नहीं करनी चाहिए।”

 किर्बी ने कहा कि अगर ये देश हथियार सौदे पर आगे बढ़ते हैं तो अमेरिका इससे उचित तरीके से निपटेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया की सैन्य क्षमताओं को उन्नत करने वाला कोई भी समझौता “हमारे लिए निश्चित रूप से चिंताजनक है।” पुतिन-किम जोंग की मुलाकात को व्यापक कवरेज देने के एक दिन बाद रूसी मीडिया बृहस्पतिवार दोपहर तक किम जोंग उन को लेकर खामोश रहा।

 उत्तर कोरिया की सरकारी कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी ने बृहस्पतिवार को कहा कि किम जोंग ने पुतिन को ‘सुविधाजनक समय’ पर उत्तर कोरिया की यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया है और पुतिन ने यह निमंत्रण स्वीकर कर लिया है और कहा है कि उनकी इच्छा राष्ट्रों के बीच ऐतिहासिक दोस्ती को आगे बढ़ाने की है। पुतिन ने शिखर सम्मेलन के बाद रूस के सरकारी टीवी को बताया था कि किम जोंग रूस के फार ईस्ट में दो और शहरों की यात्रा करेंगे। 

उनके मुताबिक, वह कोम्सोमोल्स्क-ऑन-अमूर जाएंगे जहां वह एक विमान विनिर्माण ईकाई का दौरा करेंगे और फिर रूस के पैसिफिक फ्लीट को देखने के लिए व्लादिवोस्तोक जाएंगे। फार ईस्ट में रूस के रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र पर अपनी बैठक के दौरान, किम जोंग ने पुतिन के लिए "पूर्ण और बिना शर्त समर्थन" का संकल्प जताया। उन्होंने यूक्रेन में जंग के संदर्भ में कहा कि यह “अपने संप्रभु अधिकारों, सुरक्षा और हितों की रक्षा के लिए आधिपत्यवादी ताकतों के खिलाफ उचित लड़ाई’’ है। 

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