अल्मोड़ा: विकास कार्यों में अनियमितता बर्दाश्त नहीं, कलक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक, योजनाओं की समीक्षा - डीएम

अल्मोड़ा, अमृत विचार। जिलाधिकारी विनीत तोमर ने बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री घोषणाओं, विभागों की जिला योजना, राज्य योजना तथा बाह्य सहायतित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री घोषणाओं के जितने भी कार्य किए जा रहे हैं, उनमें अपेक्षित प्रगति लाई जाए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि यदि किसी मुख्यमंत्री घोषणा में कार्य किया जाना संभव न हो तो संबंधित जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाते हुए उसमे परिवर्तन, स्थान परिवर्तन तथा यदि कार्य की संभावना न हो तो उसे विलोपित करने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जितने भी कार्य विभागों द्वारा किए जा रहे हैं, उनमें अपेक्षित प्रगति लाई जाए।
उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके द्वारा जिला योजना अथवा अन्य योजना के अंतर्गत जितने भी कार्य वर्तमान वित्तीय वर्ष में किए जाने हैं, उन सभी कार्यों में टेंडर आदि की सभी प्रक्रियाएं पेंडिंग न रहें। डीएम ने निर्देश दिए कि विभागों द्वारा जो कार्य किए जा चुके हैं, उनके भुगतान संबंधी प्रक्रिया भी जल्द से जल्द पूर्ण कर ली जाए।
जिससे वित्तीय प्रगति में भी अपेक्षित प्रगति लाई जा सके। उन्होंने कार्यों में गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि कार्यों में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही बरतने पर संबंधितों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने बैठक में निर्देश दिए कि जो कार्य नए सिरे से किए जाने हैं उनमें टेंडर आदि की प्रक्रिया भी आगामी 15 दिनों के भीतर पूर्ण कर ली जाए।बैठक में जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी रेनू भंडारी ने बताया कि जिला योजना के तहत विभागों को अवमुक्त धनराशि का 52 प्रतिशत बजट खर्च किया जा चुका है।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे, प्रभागीय वनाधिकारी ध्रुव सिंह मर्तोलिया,परियोजना निदेशक डीआरडीए पुष्पेंद्र सिंह, , जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी रेनू भंडारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी आराधना त्रिपाठी समेत अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।