अमरोहा : सांड के हमले से घायल महिला उपचार के दौरान मौत
एक दिन पहले ही बुखार की चपेट में आकर दम तोड़ चुका है बेटा

मुबारिजपुर, (अमरोहा), अमृत विचार। एक सप्ताह पहले छुट्टा सांड के हमले में घायल हुई महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई। महिला की मौत से ग्रामीणों में रोष है। उनका कहना है कि प्रशासन छुट्टा पशुओं को पकड़कर गोशाला नहीं भिजवा रहा है।
थाना आदमपुर क्षेत्र के गांव दढ़ियाल निवासी 67 वर्षीया क्रांति पत्नी विशेष एक सप्ताह पहले खेत से आ रही थी। रास्ते में सांड ने उन पर हमला कर दिया था। इमें वह गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। परिजनों ने उन्हें हसनपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। इस बीच सोमवार को क्रांति के जवान बेटे की डेंगू से मौत हो गई। इस पर परिजन उन्हें बेटे के अंतिम दर्शन के लिए घर ले गए।
बेटे के अंतिम संस्कार के कुछ घंटे बाद ही क्रांति ने भी दम तोड़ दिया। दो दिन के भीतर मां-बेटे की मौत से परिवार सहित गांव में कोहराम मचा है। परिजनों ने बताया कि क्रांति के पति की कई वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। उस समय उनके बच्चे काफी छोटे थे। पति की मौत के बाद क्रांति ने ही किसी तरह मजदूरी करके अपने बच्चों का पालन-पोषण किया था।
काल बनकर घूम रहे छुट्टा पशु
मुबारिजपुर : गांव व खेतों में छुट्टा पशुओं के झुंड 10 से ज्यादा लोगों पर हमला करके मौत के घाट उतार चुके है। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। करोड़ों रुपयों से बनी गोशाला दीवार के समान खड़ी है। गोशाला में छुट्टा पशुओं को रखने का कोई प्रबंध नहीं किया गया है।
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