मुरादाबाद : तीन थानों में बनेंगे वॉशरूम, आवासीय बैरकों का भी हो रहा निर्माण

आवासीय सुविधा के अभाव में कर्मियों को होती है परेशानी, ग्रामीण क्षेत्र में 800 रुपये आवासीय भत्ता, शहरी क्षेत्र में मिलते हैं 2400 रुपये

मुरादाबाद : तीन थानों में बनेंगे वॉशरूम, आवासीय बैरकों का भी हो रहा निर्माण

पुलिस लाइन परिसर में बने आवास।

मुरादाबाद, अमृत विचार। पुलिस के बीच अवस्थापना सुविधाओं को सृजित करने के लिए धनराशि उपलब्ध हो गई है। कई थानों में जहां हॉस्टल, बैरक और विवेचना कक्ष निर्माण के लिए पैसा मिल चुका है। भोजपुर, ठाकुरद्वारा और नागफनी थाने में महिला पुलिसकर्मियों के लिए वाशरूम व शौचालय निर्माण के लिए 16.55 लाख रुपये मिले हैं। 

भगतपुर, भोजपुर, डिलारी और कांठ थाना परिसर में हास्टल, बैरक एवं विवेचना कक्ष बनाए जा रहे हैं। वहीं, ठाकुरद्वारा में महिला पुलिस चौकी परामर्श केंद्र भवन बनाने की स्वीकृति मिली है। ठाकुरद्वारा थानाध्यक्ष बिजेंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान में चार मंजिला महिला बैरक और विवेचक रूम बनना शुरू हो गया है। महिला बैरक में नीचे चार कमरे बनाए गए हैं, अन्य तलों पर भी काम चल रहा है। थानों में तैनात महिला एवं पुरुष पुलिसकर्मियों का कहना है कि ठहरने के इंतजाम होने से काफी सुविधाएं हो जाएंगी। चूंकि अधिकांश थानों में पुलिस कर्मियों के ठहराव के लिए एक तो आवास या बैरक नहीं हैं और यदि हैं भी तो वह काफी पुराने एवं जर्जर हैं।

ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस को आवासीय सुविधा के लिए भत्ता भी जरूरत के हिसाब में काफी कम मिलता है। ग्रामीण क्षेत्र के थानों में तैनात पुलिसकर्मियों के लिए यदि सरकारी आवास की सुविधा नहीं है तो उन्हें आवासीय भत्ता (एचआरए) के तौर पर 800 रुपये प्रति माह मिलते हैं।

शहरी क्षेत्र 2400 रुपये एचआरए मिलता है। जबकि, महंगाई को देखते हुए शहर में 2400 रुपये में किराए से आवासीय सुविधा मिलना बेहद कठिन है। देहात क्षेत्र के कस्बों में भी पुलिसकर्मियों को 800 रुपये में किराए का आवास मिल पाना संभव नहीं रहता है। भोजपुर, ठाकुरद्वारा और नागफनी थाने में वाशरूम व शौचालय की स्वीकृति मिलने के बाद महिला पुलिसकर्मियों में खुशी है। इस संबंध में शासन के अनु सचिव प्रभात रंजन ने अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय को आदेश भी जारी कर दिया है। इस मामले में उप्र पुलिस मुख्यालय की तरफ 5 अक्टूबर 2022 को शासन में प्रस्ताव भेजा गया था।

बैरक निर्माण का कार्य लगभग पूरा
पुलिस लाइन में 200 पुरुषकर्मियों के लिए बैरक निर्माण का काम लगभग पूरा हो गया है। इसी तरह 23वीं वाहिनी पीएसी में 200 व्यक्तियों की क्षमता का और 24वीं वाहिनी पीएसी में भी 200 व्यक्तियों की क्षमता की बैरक निर्माण हो रहा है।

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इन निर्माण कार्यों के लिए मिली थी धनराशि

  • भगतपुर थाना परिसर में 16 व्यक्तियों की क्षमता के हास्टल, बैरक एवं विवेचना कक्ष बनाने को मिले थे 110.62 लाख। 
  • भोजपुर थाना परिसर में 16 व्यक्तियों की क्षमता के हास्टल, बैरक एवं विवेचना कक्ष बनाने को मिले थे 109.92 लाख। 
  • डिलारी थाना परिसर में 40 व्यक्तियों की क्षमता के हास्टल, बैरक बनाने को मिले थे 179.88 लाख रुपये। 
  • कांठ थाना परिसर में 32 व्यक्तियों की क्षमता के हास्टल, बैरक एवं विवेचना कक्ष बनाने को मिले थे 163.74 लाख। 
  •  ठाकुरद्वारा में महिला पुलिस चौकी परामर्श केंद्र भवन निर्माण के लिए 78.32 लाख रुपये मिल चुके हैं। 
  • पुलिस लाइन में 200 पुरुष कर्मियों के लिए हास्टल व बैरक निर्माण के लिए 1199.69 लाख रुपये मिल चुके हैं। 
  • 23वीं वाहिनी पीएसी में 200 व्यक्तियों की क्षमता के बैरक निर्माण के लिए 12.10 करोड़ रुपये मिल चुके हैं।
  • 24वीं वाहिनी पीएसी में 200 व्यक्तियों की क्षमता की बैरक निर्माण के लिए मिले हैं 1197.85 लाख रुपये।

थानों व पुलिस लाइन में अवस्थापना सुविधाओं वाला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस पर काफी काम हो रहा है। एसएसपी के मार्गदर्शन में हमने कई थानों में बैरक, हॉस्टल और विवेचना कक्ष बनाने के लिए उच्चाधिकारियों को प्रस्ताव भेजे हैं। कई प्रस्ताव स्वीकृत भी हो गए हैं। जिन थानों में हॉस्टल-बैरक बनाने के लिए पैसा मिला है, वहां काम भी तेजी से चल रहा है। पुलिस लाइन में बहुमंजिला बैरक बन भी गया है। -डॉ.अनूप सिंह, सीओ पुलिस लाइन

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