बरेली: नर्सिंग स्टाफ न डॉक्टर, जिला अस्पताल के सभी 326 बेड फुल
मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के चलते 15 दिन में दो बार जिला अस्पताल के सभी वार्ड हुए फुल
बरेली, अमृत विचार : मौसम में बार-बार बदलाव से लोग कई बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इसकी वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। बीते 15 दिनों में दो बार जिला अस्पताल के सभी 17 वार्ड के 326 बेड फुल हो गए हैं। वहीं डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ के साथ ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की कमी की वजह से व्यवस्थाएं प्रभावित हो रहीं है।
अन्य दिनों की तुलना में जिला अस्पताल में सोमवार को सबसे अधिक 1500 के करीब मरीज इलाज के लिए पहुंचे। जिला अस्पताल में शासन की ओर से स्थाई स्टाफ नर्स के 63 पद स्वीकृत हैं जिसके सापेक्ष 42 स्टाफ नर्स तैनात हैं। वहीं आउटसोर्सिंग से 48 पदों के सापेक्ष 39 स्टाफ ही तैनात हैं। वहीं डॉक्टरों के 43 पदों के सापेक्ष महज 24 डॉक्टर ही तैनात हैं।
सीएमओ को पत्र भेज मांगा स्टाफ: जिला अस्पताल के सभी वार्ड फुल होने के बाद सभी वार्ड प्रभारियों ने एडीएसआईसी डॉ. अलका शर्मा को सूचना दी। जिस पर 10 बेड का खाली पड़ा आई वार्ड और एल्डर्ली वार्ड मरीजों के लिए खोल दिया गया। वहीं नर्सिंग स्टाफ की कमी पूरी करने के लिए सीएमओ को पत्र भेजकर स्टाफ की मांग की है।
गर्मी अपार, सीएमओ कार्यालय के बाहर बेहोश होकर गिरी महिला दिव्यांग: सीएमओ कार्यालय स्थित दिव्यांगजन कार्यालय में सोमवार को क्योलड़िया की दिव्यांग साबरा बेगम को परिजन लेकर पहुंचे। वहां कर्मचारियों ने कहा कि ओपीडी कमरा नंबर-चार में पहले डॉक्टर को दिखाना होगा। परिजन किसी तरह साबरा बेगम को कंधे पर लादकर ओपीडी पहुंचे तो वहां डॉक्टर ने देखने से मना कर दिया।
थक हारकर परिजन साबरा बेगम को लेकर शिविर जाने लगे। शिविर में बहुत भीड़ थी तो साबरा बेगम सीएमओ ऑफिस की चौखट के पास ही गश खाकर गिर पड़ी। हाथ पैर से दिव्यांग साबरा बेगम चल-फिर नहीं पाती।
इसके बाद भी शिविर में उनका प्रमाण पत्र नहीं बना। जिसके बाद महिला को जमीन पर गिरा देख झोलाछाप नियंत्रण सेल प्रभारी डॉ. सौरभ सिंह की नजर महिला पर पड़ी तो वह खुद महिला को स्टाफ की मदद से शिविर में ले गए और कर्मचारी को डॉक्टर के आने पर प्राथमिकता से कार्य करने के निर्देश दिए।
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