विद्यार्थियों व अभिभावकों के सहयोग से मिला सम्मान : सरिता चौहान

सम्मान...कंपोजिट विद्यालय लोधीपुर राजपूत की सहायक अध्यापक राज्य पुरस्कार के लिए चयनित

विद्यार्थियों व अभिभावकों के सहयोग से मिला सम्मान : सरिता चौहान

शिक्षकों में खुशी : स्कूल के कायाकल्प व बच्चों के ठहराव के लिए किया उत्कृष्ट कार्य, नक्षत्र प्रयोगशाला, दिव्यांग शौचालय का कराया निर्माण

मुरादाबाद,अमृत विचार। राज्य पुरस्कार के लिए चयनित नगर क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय लोधीपुर राजपूत की सहायक अध्यापक सरिता चौहान ने विद्यार्थियों व अभिभावकों को इसका श्रेय दिया है। उनका चयन स्कूल के कायाकल्प और बच्चों के ठहराव के लिए किए गए कार्यों के आधार पर किया गया है। 

सरिता चौहान 2016 से बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं। इस विद्यालय में वह वर्ष 2020 से तैनात हैं। उन्होंने 15 अगस्त 2020 को लार्सन एंड टूब्रो कंपनी के अधिकारियों को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया था। जिनसे उन्होंने बच्चों को मिलवाया। इसके बाद बच्चों से प्रभावित होकर कंपनी ने कारपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत 10 लाख रुपये दिए। जिससे स्कूल का कायाकल्प किया गया। इसमें दीवारों को सजाया गया, नक्षत्र प्रयोगशाला, दिव्यांग शौचालय आदि का निर्माण कराया गया। 

स्कूलों की दीवार न सिर्फ स्कूल की सुंदरता ही बढ़ा रही हैं बल्कि बच्चों का ज्ञानवर्धन करती है। दीवारों पर वैज्ञानिकों, महापुरुषों के नाम लिखे हुए हैं। साथ ही विज्ञान व गणित संबंधित सामग्री भी अंकित है। उन्होंने स्कूल और बच्चों के लिए हमेशा अच्छे काम किए हैं। इसी की बदौलत उन्हें वर्ष 2021-2022 सत्र के राज्य पुरस्कार से पांच सितंबर को लखनऊ में सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने विद्यार्थियों व अभिभावकों का आभार व्यक्त किया। साथ ही अपने परिवार और साथी शिक्षकों को हर परिस्थितियों में साथ देने के लिए धन्यवाद अर्पित किया।

डा.सुमन अरोड़ा के स्वागत को तैयार बिलारी
बिलारी। 15 अप्रैल 2000 को दुल्हन बनकर कस्बा आईं डा.सुमन अरोड़ा का परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने स्वागत किया था। नई- नवेली दुल्हन का पंपरागत तरीके से आदर-सत्कार हुआ। अब फिर तैयारी है। लेकिन इसमें केवल घर परिवार के लोग ही शामिल नहीं हैं। इस बार पूरा कस्बा स्वागत की तैयारी में है। वजह साफ है, इस बार घर की दुल्हन अध्यापन कार्य में राज्य सरकार द्वारा मिला सम्मान लेकर घर आ रही है। डा.सुमन को रामपुर जिले के चमरौआ क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय अहमदनगर खेड़ा की प्रधानाध्यापक हैं।

नवंबर 2020 में इस विद्यालय पर सेवा का मौका मिला। बदायूं जिले की बेटी सुमन को पहले अपने पैतृक जिले में सहायक अध्यापक के रूप में सेवा का मौका मिला। इनके पति हरीश डूडेजा रामपुर में ही जैन इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य हैं। अमृत विचार से बातचीत में सुमन कहतीं हैं कि हमने अपने विद्यालय के सरकार के कायाकल्प योजना में अव्वल बनाया। पहले चयन तक ही बात सीमित थी। शुरू के दो माह में लैब का निर्माण कराया। इसके बाद मीना मंच कक्ष, पुस्तकालय, पेयजल प्रबंध, प्रसाधन आदि 19 मानक हासिल किए।रामपुर की की समाज सेवी संस्था आरोग्य चेतना संस्थान ओर से प्रोजेक्टर दान के तौर पर मिला। अधिकारियों ने स्मार्ट टीवी का उपहार दिया। अब सरकार ने पुरस्कार दिया है। मैं बहुत खुश हूं। 180 से अधिक बच्चे हैं। सुमन की इस उपलब्धि पर रामपुर के साथ-साथ बिलारी नगर में भी हर्ष का माहौल है। कस्बा के गांधी आश्रम मोहल्ले में  सरकार की सम्मानित दुल्हन के अभिनंदन की तैयारी शुरू है।

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