भीमताल: सड़क के अभाव में लड़कों को नहीं मिल रही दुल्हन 

स्कूली बच्चे डर के साये में कई किलोमीटर पैदल चलकर जा रहे स्कूल, बीमार और गर्भवतियों को अस्पताल पहुंचाने में हो रही दिक्कत 

भीमताल: सड़क के अभाव में लड़कों को नहीं मिल रही दुल्हन 

भीमताल, अमृत विचार। धारी ब्लॉक की ग्राम सभा बबियाड़ के तोक बिरसिंग्या के ग्रामीण बीते कई वर्ष से सड़क की मांग कर रहे हैं पर उनकी मांग पर कोई सुनवाई नहीं हो रही।

क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता रमेश टम्टा ने बताया कि ग्रामीण बीते कई वर्षों से लगातार शासन प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मोटर मार्ग की मांग कर चुके हैं, पर उनकी मांग पर गौर नहीं किया जा रहा।

सड़क नहीं होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सड़क मार्ग नहीं होने के चलते अब उनके गांव के बेटों के लिए रिश्ते आने भी कम हो चुके हैं। कोई भी अपनी बेटी उनके गांव में देना नहीं चाहता है।

कहा कि मुख्य सड़क से पांच किलोमीटर दूरी पर एक अनुसूचित जाति बहुमूल्य क्षेत्र है, जहां आजादी से आज तक गांव की सड़क के लिए ग्रामीण लड़ते आ रहे हैं, लेकिन क्षेत्र के प्रतिनिधियों द्वारा ग्रामीणों को झूठा आश्वासन दिया जा रहा है।

चुनाव के समय में प्रतिनिधियों द्वारा सड़क का सर्वे भी किया जाता है, लेकिन चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधि भी गायब हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि कृषि बाहुल्य क्षेत्र होने के चलते यहां के ग्रामीणों की आजीविका का एकमात्र साधन कृषि है और सड़क मार्ग नहीं होने के चलते काश्तकारों को अपने उत्पादों को मंडियों तक पहुंचाने में काफी लागत लग जाती है, जिससे कई बार उनको उनकी लागत का मूल्य भी नहीं मिल पाता है।

दूसरी ओर समस्या तब विकराल हो जाती है, जब गांव में कोई बीमार हो जाता है तो उसको डोली के सहारे मुख्य सड़क मार्ग तक लेकर आना पड़ता है। वहीं डर के साये में जंगल के रास्ते स्कूली बच्चों को भी कई किलोमीटर पैदल स्कूल जाना पड़ता है। जिसके चलते अब धीरे-धीरे लोग गांव से पलायन भी करने लगे हैं और अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले कुछ सालों में इस कृषि बाहुल्य क्षेत्र में कुछ ही लोग रह जाएंगे।

वर्षों से रोड की मांग कर रहे बिरसिग्यां के ग्रामीणों की मोटर मार्ग की समस्या को लेकर सरकार, प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधि बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं। कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के ग्रामीणों से किए वादों को याद करना चाहिए, जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाला आदमी भी हवाई जहाज में घूमेगा, लेकिन सरकार अब रोड तो बना नहीं पा रही है इसलिए अब बिरसिंग्या में हेलीपैड ही बना देना चाहिए।

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