उप्र: दूसरे दिन भी जारी रहा जूनियर इंजीनियर संगठन का सहयोग सत्याग्रह

उप्र: दूसरे दिन भी जारी रहा जूनियर इंजीनियर संगठन का सहयोग सत्याग्रह

लखनऊ, अमृत विचार। अवर अभियन्ताओ/प्रोन्नत अभियन्ताओं की जायज मांगो का निस्तारण न किए जाने के विरोध में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इन्जीनियर्स संगठन की ओर से 8 सितंबर से 48 घंटे के लिए शुरू किया गया सत्याग्रह बुधवार को भी जारी रहा। इस दौरान अभियंताओं ने प्रदेश के समस्त उत्पादन गृहों, जल विद्युत गृहों, पारेषण …

लखनऊ, अमृत विचार। अवर अभियन्ताओ/प्रोन्नत अभियन्ताओं की जायज मांगो का निस्तारण न किए जाने के विरोध में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इन्जीनियर्स संगठन की ओर से 8 सितंबर से 48 घंटे के लिए शुरू किया गया सत्याग्रह बुधवार को भी जारी रहा।

इस दौरान अभियंताओं ने प्रदेश के समस्त उत्पादन गृहों, जल विद्युत गृहों, पारेषण निगम तथा वितरण निगम के सभी कार्यालयों/विद्युत उप केंद्रों में कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए रात में रुकने के साथ आंदोलन को जारी रखा।

वहीं बुधवार को सहयोग सत्याग्रह कार्यक्रम की समीक्षा के लिए राविप जूनियर इंजीनियर्स संगठन (उप्र) के उच्चाधिकार समिति की बैठक की गई। जिसको संबोधित करते हुए संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष ई. जीवी पटेल ने कहा कि आज जबकि पूरा देश ही नहीं, पूरी दुनिया कोविड -19 के वैश्विक महामारी से व्यापक चुनौतियो के दौर से गुजर रहा है।

जिस दौरान लाकडाउन का पालन कराए जाने को लेकर लोगों के आमजन जीवन को आसान बनाए रखने के लिए ऊर्जा विभाग के अवर अभियन्ता/अभियन्ता व समस्त कार्मिक प्राणों की परवाह किए बिना लगातार कार्य कर रहे हैं। इसके बाद भी उप्र सरकार और बिजली के शिखर प्रबंधन द्वारा बिजली क्षेत्र को निजी हाथों मे सौंपे जाने की तैयारी की जा रही है।

उन्होंने कहा कि निजी हाथों में बिजली को जाने से न सिर्फ बिजली के कार्मिकों की सेवा शर्ते प्रभावित होंगी, बल्कि बिजली की कीमतों में भारी इजाफा होने से आम उपभोक्ताओं को भारी आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ेगा।

साथ ही निजी कंपनियों के दलालो से शोषण का शिकार होना पड़ेगा। समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय महासचिव इं जय प्रकाश ने कहा कि ऊर्जा संस्थान मे धरातल पर कार्य करने वाले संवर्ग विशेष रुप से जूनियर इन्जीनियर्स एवं प्रोन्नत अभियन्ताओं की मांगों को पूरा किया जाए।