लखनऊ : आशा से अभद्रता के आरोप में डॉक्टर निलंबित
लखनऊ, अमृत विचार। मोहनलालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में अल्ट्रासाउंड कक्ष में आशा के साथ अभद्रता करने वाले चिकित्सक को निलंबित कर दिया गया है। जांच में दोषी पाए जाने के बाद उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को निलंबन कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही फर्रुखाबाद सीएमओ कार्यालय में इंटर्नशिप के नाम पर पैसे वसूली करने वाले बाबू को निलंबित कर दिया गया गया है।
मोहनलालगंज सीएचसी के अल्ट्रासाउंड कक्ष में आशा बहू से डॉ. हवलदार भारती का अभद्रता करना भारी पड़ा। आशा बहू ने डॉ. हवलदार पर अभद्रता का आरोप लगाया है। आशा बहू ने मामले की शिकायत की। ब्रजेश पाठक ने सीएमओ को तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए। सीएमओ ने डॉ. आरएन सिंह, डॉ. एके सिंघल और डॉ. विनय मिश्र की कमेटी गठित की। कमेटी ने जांच की। जांच के बाद डॉ. हवलदार भारती को दोषी पाया गया। उप मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव से जांच के आधार पर डॉक्टर को निलंबित करने के निर्देश दिए। साथ ही डॉ. हवलदार को एडी कार्यालय से संबद्ध करने के निर्देश दिए गए हैं।
उधर, फर्रुखाबाद सीएमओ कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक राजवीर सिंह पर बीफार्मा और डी फार्मा प्रशिक्षु फार्मासिस्टों से इंटर्नशिप के नाम पर अवैध वसूली के आरोप लगे। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ। उप मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए। जांच के बाद बाबू राजवीर सिंह को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें कानपुर के मंडलीय अपर निदेशालय से संबद्ध कर दिया गया है।
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