Lucknow: नए जमाने की अंग्रेजी सीखेंगे माध्यमिक के छात्र, तैयार हो रही किताब

सौ वर्ष पुराने व्याकरण और शब्दों से छूटेगा पीछा 

Lucknow: नए जमाने की अंग्रेजी सीखेंगे माध्यमिक के छात्र, तैयार हो रही किताब

लखनऊ, अमृत विचार: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद 9 वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्रों को नए जमाने की अंग्रेजी में दक्ष करने के लिए नया कोर्स तैयार कर रहा है। इसे लेकर पुस्तक बनाई जा रही है। इसमें व्याकरण और नए शब्दकोष को शामिल किया जा रहा है। विद्यार्थियों को चलन वाले नए शब्द पढ़ने को मिलेंगे। पुस्तक की खास बात यह है कि एक ही पुस्तक कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए उपयुक्त होगी। इसके अलावा यह राजकीय स्तर पर प्रमाणित अंग्रेजी व्याकरण की पुस्तक भी मानी जाएगी। इसके लिए आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान और विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ व्याकरण की नई पुस्तक तैयार कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि अगले सत्र 2025-26 से इस पुस्तक का प्रयोग विद्यार्थी करेंगे।

इस पुस्तक में करीब सौ साल पुराने व्याकरण और प्रचलन से बाहर हो चुके शब्द से छात्र अब निजात पाएंगे। जिनकी उपयोगिता विद्यार्थियों के सामान्य अंग्रेजी ज्ञान से लेकर दैनिक जीवन तक में खत्म हो चुकी है। नई पुस्तक समकालीन शब्दों और व्याकरण के हिसाब से तैयार की जा रही है। जिसे समझना छात्र-छात्राओं के लिए आसान होने के साथ ही रुचिकर भी होगा। नई पुस्तक में यह भी ध्यान दिया जा रहा है कि भारतीय अंग्रेजी लेखकों, महापुरुषों, वैज्ञानिकों की जीवनी, स्थानों आदि को भी इसमें शामिल किया जाए। इसके अलावा बोर्ड परीक्षाओं के पाठ्यक्रम में व्याकरण, लेखन कौशल जिसमें पत्र, आवेदन, निबंध और अनुवाद के लिए अलग से सामग्री तैयार की जा रही है।

उदाहरण के तौर पर देखें ये शब्द
करीब सौ साल पहले की अंग्रेजी में कई ऐसे शब्द प्रचलन में थे, जिनका प्रयोग अब प्रचलन में नहीं रह गया है। उदाहरण के रूप में अंग्रेजी में यू शब्द बहुवचन में प्रयोग होता है। जबकि पहले दाउ (टीएचओयू) शब्द को दो लोग के लिए प्रयोग किया जाता था। अब यू शब्द ही पर्याप्त होगा। इसी तरह दाइ (टीएचवाई) को योर (वाईओयूआर) के रूप में पढ़ा जाएगा।

नई पुस्तक व्याकरण को लेकर तैयार की जा रही है। यह बेहद आसान और रुचिपूर्ण तैयार किया जा रहा है। जिसे हमारे छात्र-छात्राएं आसानी से पढ़ और समझ सकेंगे। पारंपरिक पुस्तकों से हटकर नई किताब में यथासंभव व्याकरण के नियमों को बहुत आसान भाषा में दिया जा रहा है।
भगवती सिंह, सचिव, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद

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