रामनगर: 'नफरत नहीं रोजगार दो' के संकल्प के साथ किसान संघर्ष समिति ने किया प्रदर्शन

रामनगर, अमृत विचार। किसान संघर्ष समिति द्वारा "कॉर्पोरेट भगाओ, देश बचाओ" व "नफरत नहीं रोजगार दो "अभियान के साथ पूरे देश में चल रहे संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रानीखेत रोड पर धरना प्रदर्शन किया गया।
किसान संघर्ष समिति के संयोजक ललित उप्रेती के संचालन में हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि आज पूरे देश के अंदर सरकार नफरत फैला रही है जातीय हिंसा में मणिपुर जल रहा है। जगह-जगह धार्मिक उन्माद फैलाकर कुछ कट्टरपंथी संगठन देश का माहौल खराब कर रहे हैं। जो देश के विकास में बाधक है साथ ही साथ अल्पसंख्यकों में असुरक्षा का भाव पैदा हो रहा है।
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी ने कहा कि अतिक्रमण के नाम पर वर्षों से रह रहे लोगों के आशियाने को उजाड़ा जा रहा है। रोजगार कर रहे लोगों के ठेलों और छोटी-छोटी दुकानों को भी उजाड़ा जा रहा है ।
किसान संघर्ष समिति के सहसंयोजक
महेश जोशी ने कहा कि सरकार किसानों से जो वादा करती है उसको नहीं निभाती है ।सरकार का वादा था कि किसानों की आय 2022 तक दोगुनी हो जाएगी, लेकिन यह वादा भी जुमला ही निकला। खेती को कॉरपोरेट हाथों में देना इस देश के गरीब किसान मजदूरों को खत्म करने के समान है इसके खिलाफ सभी किसान लामबंद हैं और एकजुट होकर इस संघर्ष को आगे बढ़ा रहे हैं।
प्रदर्शन के दौरान कौशल्या, ललिता रावत, अजय बोरा, मनमोहन अग्रवाल,पनीराम आर्य, राशिद खान, उबेद उल, सरस्वती जोशी, तुलसी छिमवाल, राजेंद्र उषा पटवाल, किशन शर्मा, मुनीष कुमार, लालमणि, किरण आर्य, सुनील पनवाल, अजय भदोला, शीला शर्मा मौजूद रहे।
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