Bareilly: 194 निवेशकों ने मारी पलटी...अब न लगेंगे उद्योग और न मिलेगा रोजगार !
छह हजार करोड़ का करार करने वालों ने खड़े कर दिए हाथ

बरेली, अमृत विचार। प्रदेश में बड़ी संख्या में बेरोजगारों को रोजगार मिलने के दावे धरातल पर उतरने से पहले ही दम तोड़ने लगे हैं। दो साल पहले लखनऊ में इन्वेस्टर्स समिट में करोड़ों के निवेश से रोजगार के सपनों का महल खड़ा करने के लिए आगे आने वाले निवेशक लंबी दूरी तय नहीं कर सके। अलग-अलग वजहों से अब तक 194 निवेशक औद्योगिक इकाइयां लगाने से पीछे हट गए हैं। इसकी वजह से छह हजार करोड़ का निवेश अटक गया और करीब 16 हजार बेरोजगारों को रोजगार की उम्मीदें धराशायी हो गईं। हालांकि, विभागीय अफसर नए निवेशकों के आने की बात कह रहे हैं।
दरअसल, फरवरी 2023 में लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट किया गया था। इसके पीछे राज्य सरकार की मंशा थी कि, हर बेरोजगार को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार मिल सके। काम धंधे की तलाश में लोगों को पलायन न करना पड़े। इन्वेस्टर्स समिट में बड़ी संख्या में उद्यमियों ने विभिन्न उद्यागों में निवेश करने की इच्छा जाहिर की। जिले से भी निवेशकों ने 657 औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने के लिए एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए थे। उद्यमियों की ओर से 45 हजार 997 करोड़ निवेश के प्रस्ताव दिए गए थे, जिसमें करीब 71 हजार 625 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद जगी। हालांकि, इसके बाद से एमओयू की संख्या और निवेश कई बार घटे-बढ़े हैं। अब स्थिति ये है कि एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाले 194 उद्यमियों ने पूरी तरह कदम पीछे खींच लिए हैं। इसकी वजह से 5908.38 करोड़ का निवेश कम हो गया। निवेश नहीं होने से करीब 15931 लोगों को रोजगार की उम्मीदें भी टूट गईं। अब किनारा कर चुके निवेशकों की जगह नए उद्यमियों को शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
100 से ज्यादा निवेशक बिना वजह हटे पीछे, बहुत से संपर्क से बाहर
उद्योग विभाग के अधिकारियों के अनुसार इन्वेस्टर्स समिट में करोड़ों के एमओयू करने के बाद पीछे हटने वाले 194 लोगों में से 100 से ज्यादा ऐसे निवेशक हैं जिन्होंने बिना किसी वजह के कदम पीछे खींच लिए। विभाग के संपर्क करने पर वे गोलमोल जवाब देकर टाल जाते हैं। काफी संख्या में वे निवेशक भी हैं, जिनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। दिए गए पते पर जाने के बाद भी मिलते नहीं, मिलते हैं तो आगे का कोई प्लान नहीं बताते। ऐसे में मजबूरी में विभाग को इन्हें पोर्टल से हटाकर उद्योग न लगाने वालों की सूची में डाला गया।
दो साल में स्थापित हुईं 187 इकाइयां, 11 हजार को रोजगार
इन्वेस्टर्स समिट के बाद अब तक यानी पिछले दो सालों में जिले में विभाग की ओर से 187 औद्योगिक इकाइयों के धरातल पर उतरने का दावा किया जा रहा है, जिसमें 7735.5 करोड़ का निवेश किया गया है, जिसमें 11628 लोगों को रोजगार मिला है। इन इकाइयों में औद्योगिक गतिविधियां भी शुरू हो गई हैं।
पाइप लाइन में हैं 127 इकाइयां
औद्योगिक इकाइयां लगाने के लिए निवेश करने वाले बड़ी संख्या में ऐसे उद्यमियों के नाम भी सूची में हैं, जो पाइप लाइन में हैं। यह इकाइयां लगाने के लिए इच्छुक हैं। ऐसे निवेशकों की संख्या 127 है। ये 7408.7 करोड़ का निवेश करेंगे, जिससे 28 हजार 207 लोगों को रोजगार मिलेगा।
जीबीसी के लिए 336 इकाइयां तैयार, 27 को मिलेगा रोजगार
जिले में 336 ऐसी इकाइयां हैं, जो जीबीसी (ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी) के लिए तैयार हैं। इन इकाइयों काे चालू करने के लिए 32680.303 करोड़ का निवेश किया जाएगा, जिससे 27 हजार 487 लोगों को रोजगार मिलेगा। बताया जा रहा है कि जल्द ही इन इकाइयों में औद्योगिक विकास की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी, जिससे लोग रोजगार पा सकेंगे।
उपायुक्त उद्योग विकास यादव ने बताया कि इन्वेस्टर्स समिट के बाद 187 इकाइयों में औद्योगिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। 336 इकाइयां जीबीसी के लिए रेडी हैं। एमओयू करने वाले कई निवेशक अलग-अलग वजहों से पीछे हटे हैं। आधे से ज्यादा तो इकाइयां लगाने के लिए इच्छुक हीं नहीं थे। अगर किसी उद्यमी की समस्या है तो उसका प्राथमिकता पर निस्तारण कराया जाता है।
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