रायबरेली : एसएसओ की लापरवाही से दिहाड़ी श्रमिक झुलसा, सीएचसी खीरों में चल रहा इलाज
अमृत विचार, रायबरेली । बिजली विभाग में दिहाड़ी श्रमिकों की जिंदगी हमेशा दांव पर लगी रहती है। शट डाउन लेने के बाद भी बिजली की आपूर्ति चालू कर दी जाती है जिससे आए-दिन श्रमिकों के साथ हादसे होते रहते हैं। वहीं परिजनों की भी कोई मदद नहीं की जाती है।
ऐसा ही मामला थाना क्षेत्र के कस्बा खीरों में स्थित फतेह शहीद शाह की मजार के पास बुधवार की शाम को नजर आया। डबल पोल पर ट्रांसफार्मर चढ़ाते समय एसएसओ की लापरवाही से एक दिहाड़ी श्रमिक झुलस कर खंभे से जमीन पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। साथी श्रमिकों ने कस्बावासियों की मदद से उसे सीएचसी खीरों पहुंचाया। जहां उसका उपचार किया जा रहा है।
कस्बा खीरों में स्थित फतेह शहीद शाह की मजार के पास डबल पोल पर रखा ट्रांसफार्मर सोमवार को जल गया था। ट्रांसफार्मर जलने के तीसरे दिन बुधवार की शाम दिहाड़ी श्रमिक कस्बा खीरों निवासी नीरज कुमार पुत्र राजकुमार, दिनेश कुमार पुत्र मोहन लाल और ढकवा का पुरवा मजरे खीरों निवासी मनोज कुमार पुत्र अशोक कुमार सहित तीन श्रमिक जले हुए ट्रांसफार्मर को नीचे उतारकर नया ट्रांसफार्मर डबल पोल पर चढ़ा रहे थे।
दिहाड़ी श्रमिक मनोज कुमार ने बताया कि तीनों कर्मचारी उपकेंद्र खीरों में तैनात एसएसओ फूलचंद्र से शटडाउन लेकर ट्रांसफार्मर बदलने का काम कर रहे थे। इसी दौरान जब पुराना ट्रांसफार्मर उतार लिया गया और नया ट्रांसफार्मर चढ़ाया जा रहा था। तभी एसएसओ फूलचंद की लापरवाही से आपूर्ति चालू हो गई। जिससे श्रमिक नीरज कुमार बुरी तरह झुलस कर खंभे से नीचे गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। उसने विभागीय उच्चाधिकारियों को घटना से अवगत कराया। लेकिन अभी तक न तो कोई अधिकारी श्रमिक का हाल-चाल लेने सीएचसी खीरों पहुंचा और न ही किसी भी प्रकार का कोई प्रतिउत्तर दिया। एसएसओ इस लापरवाही और अधिकारियों की उदासीनता के कारण सभी दिहाड़ी श्रमिकों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
उपखण्ड अधिकारी कैलाश सिंह यादव ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। श्रमिक का उपचार सीएससी खीरों में चल रहा है। घटना की जांच कराकर दोषी कर्मचारी के विरुद्ध कठोर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
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