हल्द्वानी: डीडीए निबंधन को देगा रजिस्ट्री में घपले की खबर
हल्द्वानी, अमृत विचार। जिला विकास प्राधिकरण ने सड़क का ‘चेहरा’ बदलकर स्टांप ड्यूटी में घपला करने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। अब प्राधिकरण नक्शे के लिए आवेदन मिलने पर रजिस्ट्री भी चेक करेगा। रजिस्ट्री में घपले की बू आती है तो निबंधन कार्यालय को इसकी सूचना दी जाएगी। इस तरह स्टांप ड्यूटी में चपत लगाने बच नहीं पाएंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने इस वर्ष जमीनों के सर्किल रेट में वृद्धि की थी। इस वृद्धि में पहली बार जमीन के सर्किल रेट हाईवे, मेन रोड, आंतरिक रोड, कनेक्टेड रोड से दूरी के आधार पर तय किए गए हैं। सड़क से जमीन जितनी पास होगी सर्किल रेट उतने ही ज्यादा होंगे।
यदि जमीन सड़क से दूर होगी तो सर्किल रेट भी कम होंगे। भूमाफिया इस नियम की आड़ में ‘खेला’ कर रहे हैं। माफिया खरीदार से जमीना का पूरा दाम वसूल रहे हैं लेकिन रजिस्ट्री में सड़क का ‘चेहरा’ बदल दे रहे हैं। नियम होता है कि निकटतम सड़क दर्शाई जाती है कि लेकिन स्टांप ड्यूटी बचाने के लिए दूरस्थ सड़क दर्शा दी जाती है। जैसे हाईवे के बजाय अन्य आंतरिक मार्ग दिखा दिया जाता है।
इस तरह स्टांप ड्यूटी चोरी हो रही है। राजस्व में रोजाना लाखों करोड़ों की चपत लग रही है। इधर, अब जिला विकास प्राधिकरण ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।
जिला विकास प्राधिकरण के अनुसार यदि कोई भूस्वामी आवासीय या व्यावसायिक नक्शे के लिए आवेदन करता है तो उनका फील्ड कर्मी स्थलीय निरीक्षण करेगा। निरीक्षण में निकटवर्ती सड़क की तस्दीक की जाएगी। साथ ही इसका मिलान भूमि की रजिस्ट्री से भी किया जाएगा। यदि रजिस्ट्री में सड़क के चेहरा बदला हुआ मिलता है तो इसकी लिखित सूचना कर निबंधन दफ्तर को दी जाएगी ताकि चोरी की हुई स्टांप ड्यूटी की वसूली की जा सकेगी।
जिला विकास प्राधिकरण में यदि कोई नक्शे का आवेदन आता है तो हमारा स्टाफ साइट विजिट करता ही है। अब रजिस्ट्री की भी जांच कर लेंगे। यदि रजिस्ट्री में सड़क दर्शाने में घपला मिलता है तो लिखित सूचना निबंधन दी जाएगी ताकि वे राजस्व वसूल सके। साथ ही प्राधिकरण तो नियमानुसार ही शुल्क वसूलेगा।
- ऋचा सिंह, संयुक्त सचिव जिला विकास प्राधिकरण/सिटी मजिस्ट्रेट
रजिस्ट्री में घपला कर दिया फिर नक्शे पास कराने में भी लगाते हैं जुगाड़
डीडीए के फील्ड स्टाफ के अनुसार नक्शों के ऐसे कई आवेदन मिले जिनमें रजिस्ट्री में सड़कों के स्वरूप बदलकर गड़बड़झाला किया। फिर इसी रजिस्ट्री के आधार पर नक्शे के शुल्क में भी खेल करना चाहते हैं, जब बात नहीं बनती है तो जुगाड़ लगाना शुरू कर देते हैं। ऐसे कई आवेदन लंबित हैं जिनमें यह घपला हुआ है।