हल्द्वानी: पुलिस ने डाला नेपाल बॉर्डर पर डेरा, सटीक सूचना देने वाले को 25 हजार

हल्द्वानी, अमृत विचार। 14 जुलाई की रात से फरार अंकित हत्याकांड की मास्टर माइंड डॉली उर्फ माही समेत फरार चारों हत्यारोपियों पर एसएसपी पंकज भट्ट ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। इनकी खबर देने वाले अब मालामाल भी हो सकते हैं, लेकिन सच तो ये है कि पुलिस के हाथ घटना के 6 दिन बाद भी खाली हैं और मास्टर माइंड चकमा देकर लगातार ठिकाने बदल रही है।
फरारी की रात 14 जुलाई को माही, उसका प्रेमी दीप कांडपाल, नौकरानी ऊषा देवी और उसका पति रामऔतार तीनपानी बाईपास से एक कार में सवार होकर दिल्ली के निकले। दिल्ली में जब माही की बहन ने उसे आसरा नहीं दिया तो एक होटल में रुके और अगली सुबह बस पकड़ कर पुराना बस अड्डा बरेली पहुंचे। बरेली से सपेरा रमेशनाथ अपने घर भोजीपुरा चला गया और अन्य सभी नौकरानी के पीलीभीत स्थित घर चले गए। सपेरे की गिरफ्तारी के बाद पुलिस पीलीभीत पहुंची, लेकिन आरोपी यहां से 7-8 घंटे पहले ही निकल चुके थे।
इसके बाद शुरू हुई पुलिस की अग्निुपरीक्षा। क्योंकि अब सभी हाथ से निकल चुके थे और मोबाइल फोन सभी के बंद थे। पुलिस को शक था कि सभी नेपाल भाग सकते हैं। ऐसे में पीलीभीत से नेपाल की ओर जाने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी की बारीकी से छानबीन की गई और होटल, गेस्ट हाउस की तलाशी ली गई, लेकिन हाथ कुछ नहीं आया।
यह मान लिया गया कि चारों अभी भारत में ही हैं। जिसके बाद तलाश में जुटी चार टीमों में से एक को नेपाल बॉर्डर पर तैनात कर दिया गया। जबकि दूसरी टीम को पीलीभीत में छोड़ दिया और एक टीम को एनसीआर दिल्ली रवाना कर दिया गया। सूत्रों की मानें तो पुलिस अपने कुछ भरोसेमंद मुखबिरों को नेपाल भी भेजा है। पुलिस को शक है कि आरोपी चकमा देकर नेपाल भी भाग सकते हैं, हालांकि इसकी संभावना कम जताई जा रही है।
चारों फरार आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है। पीलीभीत, नेपाल बॉर्डर और दिल्ली एनसीआर में हत्यारोपियों की तलाश में दबिशें दी जा रही हैं। हमारी चार टीमें इस काम में लगी हैं। आरोपियों के नेपाल भागने की संभावना कम है। हम सभी को जल्द गिरफ्तार कर लेंगे।
- पंकज भट्ट, एसएसपी नैनीताल
रडार पर नाते-रिश्तेदार, दोस्त और कुछ यार
हल्द्वानी। परिवार से अलग होने के बाद माही ने उन सभी लोगों से नाता तोड़ दिया था, जो उसके पुराने जानने वाले थे। नई जिंदगी और नए काम के साथ उसने नए लोगों से संबंध बनाने शुरू कर दिए थे। चूंकि अब माही और उसके सभी साथियों के मोबाइल स्विच ऑफ हैं तो ऐसे में उन्हें पकड़ना मुश्किल होता जा रहा है।
इन सबके बीच पुलिस की नजर अब उन सभी नए और पुराने लोगों पर है, जो माही के करीब थे। ऐसे लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है और तमाम लोगों के बारे में पता भी कर लिया गया है। इनमें जो संदिग्ध हैं, उनके नंबर पर सर्विलांस पर लगाए जा रहे हैं।
बैंक अकाउंट, आधार, पेनकार्ड, सब पर नजर
हल्द्वानी। डिजिटल युग में अपराध करके बच जाना आसान नहीं है। यही वजह है कि फरारी से पहले ही माही ने सभी के मोबाइल स्विच ऑफ करा दिए थे और अगर सपेरा रमेश नाथ मोबाइल ऑन न करता तो संभवत: वो भी पकड़ा न जाता, लेकिन माही इतनी शातिर है कि फरारी के बाद से न तो उसने फोन ऑन किया और न ही किसी जानने वाले से संपर्क की कोशिश की। उसके बेहद शातिराना होने की बात आप ऐसे समझ सकते हैं कि उसने न तो अपने बैंक एकाउंट से पैसे न निकाले और न ही कहीं आधार और पेनकार्ड का इस्तेमाल किया। क्योंकि उसे पता है कि अगर इनका इस्तेमाल किया तो वह पकड़ी जाएगी।
नहीं ऑन हुआ 14 की रात से बंद मोबाइल
हल्द्वानी। 14 जुलाई की रात अंकित चौहान की हत्या करने के बाद से माही अपने नए प्रेमी दीप कांडपाल, नौकरानी ऊषा देवी, नौकरानी के पति रामऔतार व अपनी दो बिल्लियों के साथ फरार है। हत्या की रात करीब 1 बजे से फरार सभी लोगों को मोबाइल स्विच ऑफ हैं। पुलिस लगातार सर्विलांस के जरिये इन चारों नंबरों को लोकेट कर रही है, लेकिन नंबर तब ही लोकेट होंगे, जब मोबाइल ऑन होगा। पुलिस का मानना है कि वर्तमान समय में सभी हत्यारोपी एक साथ एक ही ठिकाने पर हैं और जब ठिकाना बदलना होता है तो साथ ही बदलते हैं। फिलहाल, मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं।
अब देश कर रहा माही की करतूत की चर्चा
हल्द्वानी। सांप से डसवा कर हत्या करने का तरीका बेहद अनोखा और अतिदुर्लभ है। हल्द्वानी में हुई अंकित की हत्या से पहले ऐसा प्रयास सिर्फ दो बार किया गया और दोनों प्रयास सफल रहे। पहला मामला राजस्थान हुआ, जहां अवैध संबंध में बाधा बनी सास को उसी की बहू ने रास्ते से हटा दिया। जबकि दूसरे मामला केरल में हुआ। केरल में पति ने दो बार के प्रयास में पत्नी को सांप से डसवा कर मार डाला। अब यह मौत की तीसरी घटना हल्द्वानी में घटी। हालांकि ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश से भी सामने आया था, लेकिन यहां पत्नी के कत्ल की कोशिश असफल साबित हुई थी।