अमरोहा: तिगरीधाम में अंतिम संस्कार का सामान पहुंचाने के लिए वसूल रहे 400 से 500 रुपये

बारिश से सड़क पर भरा पानी, अंतिम संस्कार के लिए घाट तक कीचड़ में गुजर रहे लोग

अमरोहा: तिगरीधाम में अंतिम संस्कार का सामान पहुंचाने के लिए वसूल रहे 400 से 500 रुपये

फोटो- अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियां ले जाते परिजन।

गजरौला, अमृत विचार। तिगरी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है। जिससे परेशानी भी सामने आने लगी है। गंगा किनारे स्थित श्मशान घाट भी गंगा के पानी में घिर गया है। ऐसे में लोगों को अंतिम संस्कार करने में परेशानी हो रही है। तिगरीधाम में अंतिम संस्कार का सामान पहुंचाने के लिए लोग 400 से 500 रुपये वसूल रहे हैं। 

तिगरी में रोजाना सैकड़ों की संख्या में अर्थियां पहुंचती हैं। जिनका गंगा किनारे पर अंतिम संस्कार किया जाता है। लेकिन, इस दौरान अंत्येष्टि करने में भी काफी दिक्कत होती है। अंतिम संस्कार की जगह पानी भर गया है। जबकि गंगा किनारे अंत्येष्टि की जगह सामान ले जाने के लिए वहां मौजूद लोग अंतिम संस्कार में आए लोगों से पैसे वसूल रहे हैं। लेकिन वहां जाने के लिए घुटनों तक भरे पानी में निकलना पड़ रहा है। अंतिम संस्कार का सामान और शव लेकर पानी और कीचड़ के बीच पैदल ही ले जाना पड़ रहा है। प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किया। 

मेरी भाभी की मृत्यु हो गई है, बस से यहां अंतिम संस्कार करने के लिए आए हैं। घाट तक पहुंचने के लिए दिक्कत हो रही है। बरसात की वजह कच्ची सड़क पानी और कीचड़ है। कुछ ट्रैक्टर चालक अंतिम संस्कार तक सामान पहुंचाने के लिए 400 से 500 मांगते हैं। हर व्यक्ति इतने पैसे नहीं दे सकता। इसलिए पैदल ही अंतिम संस्कार का ईंधन लेकर जाना पड़ रहा है--- जीनसागर, निवासी वाजिदपुर, बिजनौर।

अंतिम संस्कार घाट तक पहुंचने में बहुत दिक्कतें आ रही हैं। सड़क पर कीचड़ और जलभराव है। अंतिम संस्कार घाट तक वाहन पहुंचना मुश्किल है। कई वहां यहां फंस चुके हैं। इसलिए मजबूरन पैदल ही लोग अंतिम संस्कार का ईंधन लेकर जा रहे हैं। कुछ लोग अंतिम संस्कार का सामान पहुंचाने के एवज में 400 से 500 ले रहे हैं। प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है---धर्मेंद्र कुमार, निवासी नौगावां सादात।

अंतिम संस्कार घाट पर अंत्येष्टि करने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। क्योंकि यहां पानी भरा हुआ है। काफी इंतजार करना पड़ रहा है। आदमी या तो पैदल जा सकता है या फिर ट्रैक्टर ट्रॉली के सहारे। प्रशासन के द्वारा यहां कोई व्यवस्था नहीं की गई है---राजकुमार, निवासी फरीदपुर, नौगावां सादात। 

बरसात की वजह से गंगा का दायरा बढ़ गया है। जिस वजह से श्मशान घाट डूब गए है। अंतिम संस्कार घाट का स्थान बदल दिया है। वहीं कुछ लोग अंतिम संस्कार घाट तक सामान पहुंचाने के नाम पर पैसे वसूलने वाले मामले की जानकारी से इंकार किया है--- राजीव राज, एसडीएम धनौरा।

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