अमरोहा: तीन घंटे तक थाने में नहीं हुई सुनवाई तो सुमित ने काटी अपनी गर्दन, होश आने पर बताई आपबीती
मेरठ के अस्पताल में ऑपरेशन के बाद होश में आया घायल

अमरोहा/गजरौला, अमृत विचार। सुमित चौहान ने गजरौला थाने में सुनवाई न होने पर ब्लेड से अपनी गर्दन काटकर आत्महत्या की कोशिश की थी। गुरुवार को ऑपरेशन के बाद होश आने पर उसने यह जानकारी दी। उसने बताया कि उसे कुछ युवक कई दिन से पीटना चाह रहे थे। इस संबंध में वह शिकायत लेकर थाने गया था। लेकिन तीन घंटे तक थाने में उसकी बात नहीं सुनी गई। कार्रवाई न होने से आहत होकर उसने थाने में यह आत्मघाती कदम उठाया।
गांव चौहड़पुर निवासी सुमित चौहान ने बुधवार शाम थाने में जाकर शोर मचाया। यहां मौजूद पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते, इसके पहले सुमित ने सर्जिकल ब्लेड से कई वार कर खुद को लहूलुहान कर लिया था। सुमित को खून से लथपथ देख पुलिसकर्मी उसे सीएचसी में ले गए थे। जहां चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए उसे मेरठ के लिए रेफर कर दिया। मेरठ स्थित एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
सुमित का भाई विनीत भी मेरठ के न्यूट्रिमा हॉस्पिटल में काम करता है। छह माह पहले सुमित भी इस अस्पताल में वार्ड बॉय के तौर पर काम करता था। उसके भाई शीशपाल ने बताया कि सुमित का सफल ऑपरेशन हो गया है। होश आने पर सुमित ने बताया है कि कई दिनों से कुछ दबंग युवक उसे पीटना चाह रहे थे। जिसकी शिकायत लेकर वह थाने गया था। थाने में वह लगभग तीन घंटे तक अपनी शिकायत लेकर इधर-उधर घूमता रहा। मगर सुनवाई नहीं हुई। इससे आहत होकर सुमित ने सर्जिकल ब्लेड से खुद की गर्दन पर वार कर जान देने की कोशिश की।
मंडी धनौरा के सीओ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि गजरौला थाने में उसकी कोई शिकायत नहीं थी। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। इसके बाद ही पूरी वजह स्पष्ट हो पाएगी।
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