अयोध्या : घेराव को निकले भाकियू कार्यकर्ता हिरासत में, रोके जाने पर हुई धक्का-मुक्की

अयोध्या : घेराव को निकले भाकियू कार्यकर्ता हिरासत में, रोके जाने पर हुई धक्का-मुक्की

अमृत विचार, अयोध्या । आश्वासन के बावजूद मांगों पर कार्रवाई न होने से नाराज भारतीय किसान यूनियन ने बुधवार को तिकोनिया पार्क स्थित धरनास्थल से नारेबाजी करते हुए सीओ सिटी कार्यालय की ओर कूच किया तो पहले से मुस्तैद पुलिस बल ने सभी को हिरासत में ले लिया और कैंट थाने भेज दिया। इस दौरान पुलिस और भाकियू के कार्यकर्तों में धक्का-मुक्की हुई।

गौरतलब है कि किसानों से जुडी विभिन्न समस्याओं तथा भाकियू नेता राकेश टिकैत के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वाले अयोध्या के तपस्वी छावनी के संत परमहंस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवा कार्रवाई की मांग को लेकर संगठन की ओर से तिकोनिया पार्क में अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है। 28 मई को तपस्वी छावनी के संत परमहंस की ओर से धरनास्थल पहुंच कार्यकर्ताओं तथा संगठन के राष्ट्रीय नेता के खिलाफ अपशब्द और अभद्रता को लेकर संगठन ने पुलिस से संबंधित 7 सूत्रीय समस्याओं का ज्ञापन परिक्षेत्र के आईजी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सौंपा था।

कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बावजूद समाधान के लिए पुलिस महकमें ने कोई प्रयास नहीं किया। जिसको लेकर संगठन ने धरने के 41वें दिन बुधवार को क्षेत्राधिकारी नगर कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया था। एलान के तहत बुधवार को कार्यकर्ताओं ने तिकोनिया पार्क से सीओ सिटी कार्यालय के घेराव के लिए नारेबाजी करते हुए कूच किया तो पहले से मुस्तैद पुलिस बल ने सभी को आगे बढ़ने से रोक दिया जिसको लेकर कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की हुई और फिर पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया तथा कैंट थाने भिजवा दिया।

यूनियन के राष्ट्रीय सचिव घनश्याम वर्मा समेत  सूर्यनाथ वर्मा, राम गणेश मौर्य, मोहम्मद अली, जगदीश यादव, रंजीत कोरी, जगन्नाथ पटेल, बैजनाथ निषाद, रविंद्र मौर्य, उर्मिला निषाद, रामावती, पिंकी, लक्ष्मी देवी, निर्मला, प्रभावती, रघुराजी आदि 39 को थाने पर बिठा रखा है और शांति भंग में चालान करने के लिए लिखा-पढ़ी शुरू कर दी है।

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