बरेली: ईद-उल-अजहा के पर्व पर गले मिलकर एक दूसरे को दी बधाई
बरेली, अमृत विचार। ईद-उल-अजहा यानी बकरीद आज देशभर में मनाई जा रही है। इस्लामी मान्यता के अनुसार, पैगंबर हज़रत इब्राहिम अपने बेटे हज़रत इस्माइल को इसी दिन अल्लाह के हुक्म पर खुदा की राह में कुर्बान करने जा रहे थे, तो अल्लाह ने उनके बेटे इस्माइल को जीवनदान दे दिया। इसी की याद में यह त्योहार मनाया जाता है।
इससे पहले ईदगाह में ईद-उल-अजहा की नमाज हजरत अल्लाहम मुफ़्ती ,असहद रजा खां, सिबला कादरी शहजादे ताजुश्शरिया की सरपरस्ती में सुबह सुबह 9:30 बजे अदा की गई। इसके साथ शहर की अन्य मस्जिदों व दरगाहों पर भी तय समय से नमाज अदा की गई। नमाज अदा करने के बाद सभी को एक दूसरे ने गले लगाकर बधाई दी। इस दौरान लोगो से अपील की गई कि कुर्बानी वाले जानवरों के अवशिष्ट को सड़कों पर न फेंके। उन्हें गड्ढे में गाड़ दे। साथ ही खुले में जानवरो की कुर्बानी न दे। तीन दिन तक कुर्बानी दी जाएगी।
इसलिए मनाया जाता है ईद-उल-अजहा
मुस्लिम समुदाय में ईद-उल-अजहा मनाने के पीछे धार्मिक मान्यता है ईद-उल-अजहा को हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है। हजरत इब्राहिम अल्लाह के हुकम पर अपनी वफादारी दिखाने के लिए अपने बेटे इस्माइल की कुर्बानी देने को तैयार हो गए थे। तब से यह परंपरा चली आ रही है। लोग अपने जानवरों की कुर्बानी देते हैं।
भारी पुलिस फोर्स रही तैनात
इस मौके पर सुरक्षा की दृष्टि से जगह जगह भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। आने जाने वाले लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी गई। वहीं ईदगाह स्थल पर भी भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। पुलिस की मौजूदगी में लोगों ने नमाज अदा की।
मेले में बच्चों ने की मौज मस्ती
इसको लेकर लोगों की खुशी व उल्लास सिर चढ़कर बोल रहा है। इस मौके पर बाकरगंज कर्बला पर मेले का आयोजन किया गया। इस मौके पर बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला। मेले में बच्चो के लिए खिलौना, खाने-पीने की दुकान सजी है। बच्चे मेले में जमकर मस्ती करते देखे जा रहे हैं।
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